ऑनलाइन शिक्षा प्लेटफॉर्म अनएकेडमी के एक ट्यूटर को इसलिए नौकरी से निकाल दिया गया कि उन्होंने यह कह दिया था कि 'पढ़े-लिखे नेता को ही वोट देना'। करण सांगवान नाम के ट्यूटर ने एक व्याख्यान के दौरान बिना किसी का नाम लिए छात्रों से अपील की थी कि वे अशिक्षित लोगों को सत्ता के पदों पर न बिठाएँ और आगामी चुनावों में एक पढ़े-लिखे व्यक्ति को वोट दें।
'पढ़े-लिखे नेता को वोट देना' कहने पर शिक्षक को क्यों हटाया?
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- 18 Aug, 2023
अशोक विश्वविद्यालय में 'शैक्षणिक स्वतंत्रता' को लेकर अभी बहस शांत भी नहीं हुई है कि एक ट्यूटर को निकाले जाने के विवाद ने जोर पकड़ लिया है। जानिए, क्या मामला है।

इसको लेकर अनएकेडमी ने एक बयान जारी किया है। इसने कहा है, 'हम एक शिक्षा वाले प्लेटफॉर्म हैं जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है। ऐसा करने के लिए हमने अपने सभी शिक्षकों के लिए एक सख्त आचार संहिता लागू की है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हमारे शिक्षार्थियों को निष्पक्ष ज्ञान तक पहुंच प्राप्त हो। हम जो कुछ भी करते हैं उसके केंद्र में हमारे शिक्षार्थी होते हैं। कक्षा व्यक्तिगत राय और विचार साझा करने की जगह नहीं है क्योंकि वे उन्हें गुमराह कर सकते हैं और गलत तरीके से प्रभावित कर सकते हैं। वर्तमान हालात में, हमें करण सांगवान से अलग होने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि वह आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे थे।'