loader

यूएन मानवाधिकार ने भारत से अरुंधति रॉय के खिलाफ मामला वापस लेने का आग्रह किया

संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष मानवाधिकार अधिकारी ने गुरुवार को भारत में आतंकवाद विरोधी कानून के इस्तेमाल पर चिंता व्यक्त की और अधिकारियों से कश्मीर पर टिप्पणियों को लेकर लेखिका अरुंधति रॉय के खिलाफ मामले वापस लेने का आग्रह किया।

उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क के नेतृत्व में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने एक्स पर - "भारत: हम UAPA आतंकवाद विरोधी कानून के इस्तेमाल से चिंतित हैं। कानून की समीक्षा और इसके तहत हिरासत में लिए गए मानवाधिकार रक्षकों की रिहाई के लिए बार-बार आह्वान करते हैं। अरुंधति रॉय और शेख शौकत हुसैन की कश्मीर पर टिप्पणियों पर अधिकारियों से उनके खिलाफ मामले वापस लेने का आग्रह करते हैं।"

ताजा ख़बरें

इस महीने की शुरुआत में, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने अरुंधति रॉय और कश्मीर सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर शेख शौकत हुसैन पर 2010 में एक कार्यक्रम में कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के लिए कड़े गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मुकदमा चलाने की मंजूरी दी थी।

बुकर पुरस्कार विजेता अरुंधति रॉय और हुसैन का नाम 28 अक्टूबर, 2010 को दर्ज एक एफआईआर में शामिल किया गया था। दोनों ने 21 अक्टूबर 2010 को दिल्ली में 'आज़ादी - द ओनली वे' के बैनर तले आयोजित एक सम्मेलन में कथित तौर पर उत्तेजक भाषण दिए थे।

62 वर्षीय रॉय को उनके "अडिग और अटल" लेखन के लिए गुरुवार को प्रतिष्ठित पेन पिंटर पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया गया। चैरिटी इंग्लिश PEN द्वारा 2009 में स्थापित यह पुरस्कार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए नोबेल-पुरस्कार विजेता नाटककार हेरोल्ड पिंटर की स्मृति में साहित्य के क्षेत्र में दिया जाता है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें