loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
56
एनडीए
24
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
233
एमवीए
49
अन्य
6

चुनाव में दिग्गज

हेमंत सोरेन
जेएमएम - बरहेट

आगे

कल्पना सोरेन
जेएमएम - गांडेय

पीछे

प्रतीकात्मक तस्वीर।

20 साल में ड्रग्स की सबसे बड़ी खेप पकड़ी गई, जानें कैसे हो रही थी तस्करी 

नारकोटिक्‍स कंट्रोल ब्‍यूरो (एनसीबी) ने ड्रग्स की एक बड़ी खेप पकड़ी है। एनसीबी का दावा है कि पिछले 20 वर्षों में ड्रग्स की यह सबसे बड़ी जब्ती है। 

अलग-अलग छापेमारी में एनसीबी ने हजारों करोड़ की नशीली दवा लीसर्जिक एसिड डाईएथिलेमाइड जिसे एलएसडी भी कहा जाता है, बरामद की है। एनसीबी की इस कामयाबी के बाद देशभर में फैले ड्रग सिंडीकेट का खुलासा हुआ है। इस दौरान कई ड्रग्स तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। 

ताज़ा ख़बरें

इस छापेमारी के बाद मंगलवार को एनसीबी के डिप्टी डीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि एलएसडी आजकल युवाओं और छात्रों में लोकप्रिय हो रही है। उन्होंने कहा है कि ये बहुत खतरनाक ड्रग है। इसकी कमर्शियल क्वांटिटी 0.1 ग्राम है। एक स्टैंप के आधे हिस्सा में इसे लगाते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे 5 स्टैंप से एक ब्लॉट बनता है और 15 हजार ब्लॉट बरामद हुए हैं। इसकी बाजार में कीमत हजारों करोड़ रुपए में है। इस छापेमारी में ड्रग्स तस्करी से जुड़े गैंग के 6 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। 

एनसीबी के डिप्टी डीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि ड्रग तस्करों का यह सिंडीकेट डार्क नेट, क्रिप्टो करेंसी और विदेशी पोस्ट ऑफिस के जरिए ये धंधा चल रहा था। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए ड्रग्स की डीलिंग होती थी।

उन्‍होंने बताया कि नोएडा के एक कॉलेज का छात्र जो गोवा का रहने वाला है, वो इस मामले में सबसे पहले पकड़ा गया था। इसके बाद सिंडीकेट के बारे में पता चला, फिर दिल्ली से एक लड़का पकड़ा गया। एक लड़की भी इनके गिरोह में थी, वो भी एनसीआर से पकड़ी गई। फिर जयपुर से एक शख्स पकड़ा गया जो इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड था। फिर पुणे से पोस्ट ऑफिस से एलएसडी बरामद हुई। फिर नोएडा से 2 लोग और केरल से 2 लोग पकड़े गए।
देश से और ख़बरें

ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि इस ड्रग्स सिंडीकेट का नेटवर्क अमेरिका, पोलैंड, नीदरलैंड्स से लेकर देश के कई कोने तक फैला हुआ था। एनसीबी की दिल्ली जोनल टीम और अन्य राज्यों की सहायता से इस सिंडीकेट को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है। एलएसडी पौलेंड -नीदरलैंड्स से आता था। इसे इंस्टा और विकर के जरिए तस्कर ग्रुप बनाकर अपने टारगेट खोजते थे। एनसीबी के मुताबिक इस सिंडीकेट का मास्टरमाइंड जयपुर का रहने वाला है और वह एक मल्टी नेशनल कंपनी में काम करता है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें