चीन पर नकेल कसने के लिए क्या अमेरिका अब नयी पहल कर रहा है? और क्या भारत उसमें हिस्सेदार होगा? चीन ने जिस बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव यानी बीआरआई से क्षेत्र में सामरिक पकड़ को मज़बूत करने और विश्व की महाशक्ति बनने की कोशिश में है, अब उसकी काट के लिए ब्लू डॉट नेटवर्क बनाने की तैयारी चल रही है। तो क्या चीन के बीआरआई का जवाब अमेरिका का ब्लू डॉट नेटवर्क होगा?
ट्रंप यात्रा: चीन के ख़िलाफ़ यूएस का ब्लू डॉट नेटवर्क, क्या भारत बनेगा हिस्सेदार?
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- 24 Feb, 2020
चीन पर नकेल कसने के लिए क्या अमेरिका अब नयी पहल कर रहा है? चीन के बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव यानी बीआरआई की काट के लिए ब्लू डॉट नेटवर्क बनाने की तैयारी चल रही है। क्या भारत उसमें हिस्सेदार होगा?

ब्लू डॉट नेटवर्क एक नया प्रस्ताव है जिसमें पैसिफ़िक क्षेत्र और दूसरे देशों में ढाँचा का विकास किया जाएगा और विकास की योजनाएँ चलाई जाएँगी। यानी चीन ने जिस तरह से देशों को जोड़ने के लिए ढाँचागत विकास की योजना बनाई है कुछ वैसी ही योजना ब्लू डॉट नेटवर्क की होगी। हालाँकि यह कई मामलो में अलग होगा और ज़्यादा से ज़्यादा देशों को जोड़ने की कोशिश होगी। सूत्रों के अनुसार, इस नेटवर्क का नेतृत्व अमेरिका करेगा और रिपोर्ट है कि इस प्रस्ताव पर जापान और ऑस्ट्रेलिया पहले ही पार्टनर के तौर पर सहमत हो गए हैं। कहा जा रहा है कि भारत यात्रा पर आए डोनल्ड ट्रंप और मोदी के बीच इस पर बात होगी और इसके लिए काफ़ी पहले से अधिकारियों के स्तर पर तैयारियाँ चल रही हैं।