हरियाणा में पानी की उपलब्धता पंजाब के मुकाबले कम है। यही वजह है कि दोनों राज्यों में सतलुज .यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर का मुद्दा जीने-मरने का रहा है। हरियाणा की पैदाइश 1 नवंबर 1966 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कलम से हुई थी। लेकिन जब हरियाणा अस्तित्व में आया तो राजधानी चंडीगढ़ समेत पानी का मुद्दा और पंजाब के हिन्दी भाषी इलाकों को हरियाणा को सौंपे जाने का मामला लटका रहा। धीरे-धीरे यह राजनीतिक मुद्दा बन गया। चौधरी देवीलाल ने एसवाईएल के पानी के मुद्दे पर चुनाव तक जीता। यह महत्वपूर्ण तथ्य है कि हरियाणा और पंजाब में जब भी विपरीत विचारधाराओं वाली सरकारें होती हैं तो अक्सर यह मुद्दा उठता है और लंबे समय तक बना रहता है।
एसवाईएल मुद्दा क्या है, हरियाणा के लिए जिन्दगी-मौत का सवाल क्यों
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- 29 Mar, 2025
हरियाणा ने चंडीगढ़ के मुद्दे पर पंजाब विधानसभा के प्रस्ताव को खारिज करते हुए आज एसवाईएल नहर का मुद्दा भी उठाया। आखिर क्या है ये विवाद, हरियाणा के लिए एसवाईएल क्यों है जिन्दगी और मौत का सवाल। जानिए पूरा मुद्दा।
