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लखीमपुर: सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान, थोड़ी देर में होगी सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट ने लखीमपुर खीरी की घटना का स्वत: संज्ञान लिया है। सीजेआई एनवी रमन्ना की अध्यक्षता वाली बेंच थोड़ी देर में इस मामले में सुनवाई करेगी। चार किसानों सहित 8 लोगों की मौत वाली इस घटना को लेकर केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार सवालों के घेरे में है। 

तमाम विरोधी सियासी दलों के नेताओं के साथ ही राजनीतिक विश्लेषकों और आम लोगों ने भी पूछा है कि आख़िर केंद्र व उत्तर प्रदेश की सरकार इस मामले में अभियुक्तों के ख़िलाफ़ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही हैं। 

ऐसी घटना जिसमें 4 किसानों सहित 8 लोगों की मौत हुई हो, विपक्ष सड़कों पर हो, आम लोग सवाल पर सवाल पूछ रहे हों, उसमें सरकार की पहली जिम्मेदारी है कि वह अभियुक्तों की धरपकड़ करे लेकिन केंद्र व योगी सरकार के मंत्री व बीजेपी के नेता सिर्फ़ बयानबाज़ी कर रहे हैं। 

लोग यही सवाल पूछ रहे हैं कि इतनी बड़ी घटना, जिसमें शांतिपूर्ण ढंग से जा रहे किसानों को रौंद दिया गया हो, उसमें कार्रवाई करने में आख़िर केंद्र व योगी सरकार हिचक क्यों कर रही हैं।

कब होगी गिरफ़्तारी?

सवाल यह भी पूछा जाना चाहिए कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा की गिरफ़्तारी अब तक क्यों नहीं हुई है। आशीष मिश्रा खुलेआम टीवी चैनलों को बाइट दे रहे हैं, उन पर हत्या की एफ़आईआर दर्ज हो गई है लेकिन उत्तर प्रदेश की पुलिस उन्हें गिरफ़्तार नहीं कर रही है। 

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कब बर्खास्त होंगे टेनी?

इसके अलावा एक और बड़ा सवाल यह कि अजय मिश्रा टेनी को केंद्र सरकार कब बर्खास्त करेगी। क्योंकि टेनी के रहते हुए इस मामले में क्या इंसाफ़ हो पाएगा। टेनी केंद्रीय गृह मंत्रालय में राज्य मंत्री के अहम ओहदे पर हैं, ऐसे में अगर वे अपने पद पर बने रहे तो पीड़ितों को इंसाफ़ कैसे मिलेगा। 

सुशासन की दुहाई देने वाली बीजेपी क्यों नहीं आशीष मिश्रा को गिरफ़्तार करती और अजय मिश्रा टेनी का इस्तीफ़ा लेती। टेनी के अपने पद पर रहते हुए इस मामले की जांच हुई तो बेरहमी से रौंद दिए गए सिख परिवारों को इंसाफ़ मिलने की उम्मीद करना बेईमानी ही होगी। 

Supreme Court will Hear Lakhimpur Kheri violence Case  - Satya Hindi

लखीमपुर खीरी की घटना में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा पर आरोप है कि उन्होंने अपनी कार से कथित रूप से किसानों को रौंद दिया। इस घटना में 8 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 4 किसान भी शामिल हैं। इसे लेकर मिश्रा के ख़िलाफ़ हत्या की एफ़आईआर भी दर्ज हो चुकी है। 

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वीडियो ने बिगाड़ा खेल

योगी सरकार ने किसानों के साथ समझौता कर इस मुद्दे को दबाने की कोशिश की थी लेकिन एक नये आए वीडियो ने उसे बैकफ़ुट पर ला दिया है। इस वीडियो में एक गाड़ी किसानों को कुचलते हुए दिख रही है और एक शख़्स गाड़ी से भागता हुआ भी दिखाई दिया है। 

कहा जा रहा है कि यह शख़्स केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी का पुत्र आशीष मिश्रा है। अगर यह बात जांच में साबित हो गई कि यह शख़्स वास्तव में आशीष मिश्रा है तो साबित हो जाएगा कि पिता और पुत्र अब तक सरासर झूठ बोल रहे थे। 

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क़मर वहीद नक़वी
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