क्या यूपी पुलिस मनमाने तरीक़े से काम कर रही है? क्या वह सत्ता के नशे में चूर है? क्या वह मनमाने तरीक़े से एक के बाद एक एफ़आईआर दर्ज कर रही है? क्या उसमें संवेदनशीलता नहीं है? ये सवाल सुप्रीम कोर्ट के एक फ़ैसले से ही उठ रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश की पुलिस को कड़ी हिदायत दी है। इसने तो यहाँ तक कह दिया कि राज्य की पुलिस खतरनाक क्षेत्र में घुस रही है। इसने चेतावनी दी कि यदि याचिकाकर्ता को छुआ गया तो ऐसी कड़ी सज़ा देंगे कि डीजीपी पूरी ज़िंदगी याद रखेंगे।