पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की संख्या क्यों कम होती जा रही है? क्या इसलिए कि बेटियों को कोख में या जन्मते ही मार दिया जा रहा है? क्या यह उन्हें पुरुषों की अपेक्षा कमतर आँके जाने का रिपोर्ट कार्ड नहीं है? सवाल उठता है कि तरक्की और आधुनिकता आने के साथ महिलाओं की स्थिति बदतर क्यों होती जा रही है?