- सीबीआई ने कहा कि चिदंबरम को मिले 'सुरक्षा छाते' को हटाने की ज़रूरत है, उसके बाद ही वह सच की तह तक पहुँच सकती है।
- पी चिदंबरम ने कहा कि वह भी कुछ कहना चाहते हैं। लेकिन सॉलिसीटर जनरल ने इसका विरोध किया।
- सिंघवी : क्या किसी सरकारी गवाह के बयान के आधार पर किसी को गिरफ़्तार किया जा सकता है?
- सिंघवी : सीबीआई के पास कोई चार्जशीट नहीं है, सिर्फ़ केस डायरी है। साल भर से उसने चिदंबरम को बुलाया नहीं है, अब सीधे हिरासत की माँग कर रही है।
- मशहूर वकील अभिषेक मनु सिंघवी पी चिदंबरम की ओर से तर्क रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीबीआई के तर्क दूसरे अभियुक्तों की कही बातों के आधार पर है।
- सिब्बल : कस्टडी सामान्य प्रक्रिया नहीं है, बहुत ज़रूरत पड़ने पर ही इसकी माँग की जा सकती है। इस मामले में भी कस्टडी की ज़ररूत नही है।
- सिब्बल : सीबीआई ने आज चिदंबरम से सिर्फड 12 सवाल पूछे हैं। उन्होंने लंबे समय से चिदंबरम को समन नहीं किया है। इससे साफ़ है कि उनके पास पूछने को बहुत ज़्यादा नही है।
- सिब्बल : सीबीआई ने पूछताछ के लिए जब कभी चिदंबरम को बुलाया, वह उसके सामने पेश हुए। इसलिए जाँच में सहयोग नहीं करने की बात बेतुकी है।
- सिब्बल : आईएनएक्स को विदेशी निवेश की छूट देने का फ़ैसला फ़ॉरन इनवेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड का सामूहिक फ़ैसला था, उस संस्था के किसी अफ़सर को गिरफ्तार नहीं किया गया, फिर चिंदबरम को ही निशाना क्यों बनाया जा रहा है?
- चिदंबरम के वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि दूसरे अभियुक्त तो पहले से ही ज़मानत पर हैं, ऐसे में चिदंबरम को भी ज़मानत मिलनी चाहिए।
- सीबीआई का कहना है कि दूसरे लोगों को चिदंबरम के पास बैठा कर पूछताछ तभी हो सकती है जब चिदंबरम को हिरासत में रखा जाए।
- सीबीआई ने तर्क दिया है कि हिरासत में लेकर पूछताछ करने से ही जाँच पूरी की जा सकेगी। सीबीआई ने यह माना है कि उनके पास कोई चार्जशीट नहीं है, लिहाज़ा वे केस डायरी पेश करने को तैयार हैं।
- सीबीआई ने 5 दिनों की हिरासत की माँग करते हुए तर्क दिया है कि चिदंबरम उनसे पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। वह पूछे गए सवालों के जवाब नहीं दे रहे हैं।
- सीबीआई ने पी. चिदंबरम को 5 दिनों की पुलिस हिरासत मे भेजने की माँग की है। पद्मिनी सिंह और तुषार मेहता सीबीआई के वकील हैं।
- पी चिदंबरम अदालत में मौजूद हैं। वह कटघरे में खड़े हैं। उन्होंने अपने बेटे कार्ती और पत्नी नलिनी से बात की है। सीबीआई के अलावा प्रवर्तन निदेशालय के वकील भी अदालत में मौजूद हैं।
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को सीबीआई विशेष अदालत के सामने पेश कर दिया गया है। उन पर नियम क़ानूनों का उल्लंघन कर आईएनएक्स मीडिया की मदद करने और मनी लॉन्डरिंग यानी ग़लत तरीके से पैसे विदेश भेजने के आरोप हैं। सीबीआई ने उन्हें उनके दिल्ली आवास से बुधवार की रात गिरफ़्तार किया, रात और आज सुबह उनसे गहन पूछताछ की गई।
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