2008 में हुए मालेगाँव धमाके में प्रज्ञा सिंह ठाकुर और ले. कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित का ही आम तौर पर नाम आता है लेकिन एटीएस और एनआईए की जाँच के आधार पर इनके अलावा और भी कई लोगों पर मुक़दमे चल रहे हैं। आज की इस अंतिम कड़ी में हम पूरी साज़िश और उसमें शामिल लोगों की भूमिका के बारे में जानेंगे। एटीएस और एनआईए के जाँच निष्कर्षों में थोड़ा अंतर रहा है, इसलिए एटीएस ने पहले जिन 14 लोगों को अभियुक्त बनाया था, उनमें से केवल 7 के ख़िलाफ़ आज की तारीख़ में मुक़दमा चल रहा है। दो लोग फ़रार हैं इस कारण उनपर मुक़दमा नहीं चलाया जा रहा। शेष सभी दोषमुक्त घोषित कर दिए गए।
मालेगाँव पार्ट 8 - प्रज्ञा-पुरोहित : ‘अब होगा न्याय’ या ‘फिर एक बार, इंसाफ़ की हार’?
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- 5 Jan, 2021

साध्वी प्रज्ञा सिंह एक बार फिर ख़बरों में हैं। वे मालेगाँव धमाका मामले में मुख्य अभियुक्त हैं, अदालत ने उनके ख़िलाफ़ मुक़दमा चलाने को कहा है। प्रज्ञा फ़िलहाल ज़मानत पर हैं। सत्य हिन्दी ने मालेगाँव कांड पर एक शृंखला शुरू की है। इसकी एक से लेकर सात कड़ी तक रिपोर्टें पहले प्रकाशित की जा चुकी हैं। अब पेश है इसकी आठवीं और आख़िरी कड़ी।
नीरेंद्र नागर सत्यहिंदी.कॉम के पूर्व संपादक हैं। इससे पहले वे नवभारतटाइम्स.कॉम में संपादक और आज तक टीवी चैनल में सीनियर प्रड्यूसर रह चुके हैं। 35 साल से पत्रकारिता के पेशे से जुड़े नीरेंद्र लेखन को इसका ज़रूरी हिस्सा मानते हैं। वे देश