पिछली कड़ी में हमने जाना था कि मुंबई हाई कोर्ट के दो जजों की बेंच ने 2017 में मालेगाँव मामले के अभियुक्त ले. कर्नल पुरोहित को ज़मानत देने से इनकार कर दिया था। बेंच ने कहा था कि धमाके के बाद ले. कर्नल पुरोहित ने अपने साथी रिटायर्ड मेजर रमेश उपाध्याय से जिस तरह की बात की, उससे लगता है कि वह बहुत डरे हुए थे। जजों ने पूछा कि यदि पुरोहित एक जासूस के तौर पर अभिनव भारत में घुसे थे तो वह इतने घबराए हुए क्यों थे? उन्होंने ख़ुद जाकर पुलिस या सेना को क्यों नहीं बताया कि मैं तो जासूस हूँ।
मालेगाँव पार्ट 7- प्रज्ञा के सच ‘उगलने’ से ‘टेंशन’ में थे पुरोहित
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- 5 Jan, 2021

साध्वी प्रज्ञा सिंह एक बार फिर ख़बरों में हैं। वह मालेगाँव बम धमाकों के मामले में मुख्य अभियुक्त हैं और अदालत ने उनके ख़िलाफ़ मुक़दमा चलाने को कहा है। प्रज्ञा फ़िलहाल ज़मानत पर हैं। सत्य हिन्दी ने मालेगाँव बम धमाकों पर एक शृंखला शुरू की है। इसकी पहली, दूसरी, तीसरी, चौथी, पाँचवीं और छठी कड़ी प्रकाशित की जा चुकी है। अब पेश है इसकी सातवीं कड़ी।
नीरेंद्र नागर सत्यहिंदी.कॉम के पूर्व संपादक हैं। इससे पहले वे नवभारतटाइम्स.कॉम में संपादक और आज तक टीवी चैनल में सीनियर प्रड्यूसर रह चुके हैं। 35 साल से पत्रकारिता के पेशे से जुड़े नीरेंद्र लेखन को इसका ज़रूरी हिस्सा मानते हैं। वे देश