जिस 'नेशनलिज़्म' और 'राष्ट्रवाद' के इर्द-गिर्द बीजेपी की राजनीति चलती है उसी शब्द से अब बीजेपी की मातृ संस्था राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानी आरएसएस को बहुत बड़ी दिक्कत है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि 'नेशनलिज़्म' शब्द का उपयोग मत कीजिए क्योंकि नेशनलिज़्म का मतलब हिटलर और नात्सीवाद होता है। भागवत का यह बयान चौंकाने वाला इसलिए है कि बीजेपी अपने शुरुआती दिनों से ही नेशनलिज़्म के मुद्दे को उठाती रही है और चुनाव में भी इसको जमकर भुनाती रही है। हालाँकि भागवत ने यह साफ़ नहीं किया है कि वे राष्ट्रवाद को मुद्दा बनाना छोड़ें या नहीं और सिर्फ़ इतना ही कहा है कि इस शब्द का इस्तेमाल नहीं करें। तो बीजेपी अब नेशनलिज़्म को भूल जाएगी या सिर्फ़ 'नेशनलिज़्म' शब्द को छोड़ेगी?
'नेशनलिज़्म' का मतलब हिटलर-नात्सीवाद, मत उपयोग करो: मोहन भागवत
- देश
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- 20 Feb, 2020
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि 'नेशनलिज़्म' शब्द का उपयोग मत कीजिए क्योंकि नेशनलिज़्म का मतलब हिटलर और नाज़ीवाद होता है।

हालाँकि इस सवाल का जवाब भी उन्होंने अपने संबोधन में दिया है। वह राँची में मुखर्जी यूनिवर्सिटी मोहराबादी में संघ के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान भागवत ने इंग्लैंड में एक संघ के कार्यकर्ता से हुई अपनी बातचीत को याद किया जहाँ उन्होंने कहा था- 'नेशनलिज़्म शब्द का उपयोग मत कीजिए। नेशन कहेंगे चलेगा, नेशनल कहेंगे चलेगा, नेशनलिटी कहेंगे चलेगा, नेशनलिज़्म मत कहो। नेशनलिज़्म का मतलब होता है हिटलर, नात्सीवादी।'