हाल ही के साम्प्रदायिक दंगों पर प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी से देश के 13 विपक्षी दल हैरान हैं। उन्होंने शनिवार को शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए एक संयुक्त अपील जारी की। उन्होंने सांप्रदायिक हिंसा के अपराधियों के लिए कड़ी सजा की मांग की। चुप्पी के लिए पीएम पर हमला करते हुए कहा गया कि पीएम मोदी ऐसे लोगों के खिलाफ बोलने में नाकाम रहे हैं जो कट्टरता का प्रचार करते हैं और जो अपने शब्दों और कार्यों से हमारे समाज को उकसाते और भड़काते हैं।




बयान में कहा गया है, यह चुप्पी इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि इस तरह की भीड़ इस संरक्षण का फायदा उठाती है। हस्ताक्षर करने वालों में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस, सीपीएम, डीएमके, आरजेडी सहित अधिकांश प्रमुख विपक्षी दल शामिल हैं। इस सूची में शिवसेना और आम आदमी पार्टी का नाम नहीं है।