महामहिम राष्ट्रपति का चार दिन का उत्तर प्रदेश का दौरा आज से शुरू हो गया है। बीते तीन महीने में ये उनका दूसरा दौरा है। इससे पहले वे जून में आए थे और अपने गृह नगर कानपुर और राजधानी लखनऊ भी गए थे। उनके आगमन पर प्रशासन की ओर से बड़े स्तर पर तैयारियां की गई हैं। लेकिन एसपी के नेता पवन पांडेय ने इन तैयारियों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि बीजेपी राष्ट्रपति की यात्रा का राजनीतिकरण कर रही है।
पांडे ने कहा, “मैं यह साफ करना चाहता हूं कि राष्ट्रपति जहां जाना चाहें जा सकते हैं लेकिन बीजेपी इससे राजनीतिक फ़ायदा उठाने की कोशिश कर रही है।”
अखिलेश यादव के क़रीबी माने जाने वाले पांडेय ने कहा, “मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि ऐसा बिलकुल नहीं लगता कि यह भारत के राष्ट्रपति का दौरा है बल्कि ऐसा लगता है कि बीजेपी के किसी बड़े नेता का दौरा है।”
पवन पांडे वही नेता हैं जिन्होंने कुछ महीने पहले आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के साथ राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि ख़रीद में कथित घपले का मुद्दा उठाया था। वह अखिलेश यादव की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
बीजेपी ने दिया जवाब
पांडे का बयान सामने आते ही बीजेपी ने इसका जवाब दिया। फैज़ाबाद सीट से सांसद लल्लू सिंह ने एनडीटीवी से कहा कि विपक्ष बेवजह आरोप लगा रहा है और उन्हें लगाने दीजिए। राष्ट्रपति गोरखपुर और अयोध्या जा रहे हैं। इससे पहले वे कानपुर भी जा चुके हैं और देश में कहीं भी जाने का हक़ उनके पास सुरक्षित है।
निर्माण स्थल पर जाएंगे कोविंद
राष्ट्रपति इस दौरे के दौरान लखनऊ में भी कुछ कार्यक्रमों में भाग लेंगे लेकिन उनका विशेष कार्यक्रम रविवार का है, जिस दिन वह प्रेसिडेंशियल ट्रेन से अयोध्या पहुंचेंगे। अयोध्या में राष्ट्रपति उत्तर प्रदेश सरकार के संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय के कई प्रोजेक्ट्स को लांच करेंगे। वे राम मंदिर निर्माण स्थल पर भी जाएंगे और पूजा करेंगे।
इसके बाद वे राम कथा पार्क रामायण कॉन्क्लेव का शुभारंभ करेंगे। इस दौरान अयोध्या पर आधारित फिल्म का प्रदर्शन किया जाएगा, 3 परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया जाएगा। राष्ट्रपति हनुमानगढ़ी भी जाएंगे।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम जोर-शोर से चल रहा है और बीजेपी व संघ परिवार की कोशिश है कि वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव से पहले मंदिर निर्माण का काम पूरा कर लिया जाए।
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