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राजेंद्र सिंह गुढ़ा की फाइल फोटो

राजेंद्र गुढ़ा ने सार्वजनिक किए लाल डायरी के तीन पन्ने

राजस्थान सरकार के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने बुधवार को एक प्रेस कान्फ्रेंस कर राज्य में राजनैतिक भूचाल लाने वाली लाल डायरी के कथित तौर पर तीन पन्ने सार्वजनिक कर दिए हैं। जयपुर में हुई इस प्रेस कान्फ्रेंस में गुढ़ा ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी और राजस्थान पर्यटन विकास निगम के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ ने इन पन्नों में मुख्यमंत्री के बेटे और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव भवानी सामोता सहित अन्य लोगों के बीच लेन-देन का जिक्र किया है। 

गुढ़ा ने आरोप लगाया है कि मैं सरकार को नहीं, बल्कि सरकार मुझे ब्लैकमेल कर रही है। उन्होंने दावा किया है कि इस डायरी में मुख्यमंत्री के करीबी धर्मेंद्र राठौड़ के हाथों की लिखावट है। डायरी के कुछ पन्ने गायब हैं, लेकिन मेरे पास जो पन्ने हैं, वह उसे मैं जारी करूंगा। उनका दावा है कि डायरी में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के लेन-देन की बातें कोड वर्ड में लिखी हुई हैं और वैभव गहलोत सहित सीएम के सचिव के बारे में भी लिखा हुआ है।  
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राजेंद्र सिंह गुढ़ा की लाल डायरी सुर्खियों में रही है

राजस्थान के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा और उनकी लाल डायरी पिछले महीने से ही राजनैतिक हलके में सुर्खियों में है। गुढ़ा विधानसभा के अंदर और बाहर इसकी चर्चा कर चुके हैं। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कई सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। ऐसे में आम लोगों से लेकर राजनेताओं के बीच तक उत्सुकता है कि उस लाल डायरी में ऐसा क्या है जिसकी चर्चा गुढ़ा कर रहे हैं। 
इस डायरी और गुढ़ा के बयानों के कारण राजस्थान विधानसभा में जमकर हंगामा हो चुका है। जुलाई में बर्खास्त होने के बाद विधानसभा में गुढ़ा लाल डायरी लेकर पहुंचे थे। संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल से उनकी नोकझोंक भी हो चुकी है। विधानसभा में इसके कारण इतना हंगामा हो चुका है कि स्पीकर ने गुढ़ा को सदन से बाहर करने का आदेश भी दिया था। इसके लिए मार्शल बुलाकर गुढ़़ा को सदन से बाहर कर दिया गया था। 
बाहर होने के बाद वह बेहद भावुक हो गए थे और सीएम अशोक गहलोत पर जमकर भड़ास निकाली थी। तब कहा था कि पहले सीएम साहब ने रसगुल्ले दिए थे, आज घूंसे मार दिए। सदन से निकाले जाने पर कहा था कि विधानसभा में लगभग 50 लोगों ने मुझ पर हमला किया था।

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दावा है कि डायरी में 100-200 करोड़ के हिसाब-किताब हैं 

राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने आरोप लगाया था कि खींचतान और धक्का-मुक्की के बीच डायरी का एक हिस्सा कांग्रेस वालों ने सदन में ही छीन लिया था। गुढ़ा ने कहा था कि लाल डायरी का अभी भी कुछ हिस्सा उनके पास है। इस बचे हिस्से में अशोक गहलोत सरकार के कई राज हैं जो अगर बाहर आ जाए तो राजस्थान सरकार गिर जायेगी। साथ ही कांग्रेस के कई नेताओं को जेल हो जाएगी। उन्होंने राजस्थान में राज्यसभा चुनाव के दौरान विधायकों की खरीद-फरोख्त का जिक्र करते हुए दावा किया है कि डायरी में 100-200 करोड़ के हिसाब-किताब हैं। 

बसपा छोड़ कर कांग्रेस में आए थे गुढ़ा

राजस्थान सरकार के ग्रामीण विकास राज्य मंत्री के पद से बर्खास्त किए गए राजेंद्र सिंह गुढ़ा बसपा छोड़ कर कांग्रेस में आए थे। वह कभी सीएम अशोक गहलोत के करीबी माने जाते थे। लेकिन बाद में दोनों के रिश्ते में दूरियां आने लगी। गुढ़ा ने मंत्री रहते हुए अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। स्थिति तब ज्यादा बिगड़ी जब उन्होंने विधानसभा के अंदर राजस्थान में महिला सुरक्षा को लेकर अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए थे। इसके बाद उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया था।    

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क़मर वहीद नक़वी
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