कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर चीन को लेकर भारत सरकार से सवाल पूछा है। राहुल ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, ‘चीनी आक्रमण के ख़िलाफ़ हम एकजुट खड़े हैं। क्या भारतीय ज़मीन पर चीन ने क़ब्ज़ा किया है?’
राहुल ने इससे पहले सोमवार को ट्वीट किया था, ‘चीन ने हमारे जवानों को मारा है, चीन ने हमारी ज़मीन ली है, तब इस तनाव के वक्त चीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ क्यों कर रहा है।’
राहुल ने अपने ट्वीट के साथ एक अख़बार की ख़बर की कटिंग भी अटैच की थी। इस ख़बर का शीर्षक है - चीनी मीडिया ने प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की तारीफ की। ख़बर में लिखा गया है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के द्वारा चलाए जाने वाले अख़बार ग्लोबल टाइम्स ने प्रधानमंत्री मोदी के भारत की सीमाओं में किसी तरह की घुसपैठ न होने के बयान को छापा है। ख़बर में यह भी लिखा गया है कि वहां के कई अन्य अख़बारों में भी यह बयान छपा है और सोशल मीडिया पर भी शेयर किया जा रहा है।
गलवान घाटी में भारतीय जवानों की शहादत के बाद राहुल गांधी मोदी सरकार पर लगातार हमलावर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान पर कि भारत की सीमाओं में कोई घुसपैठ नहीं हुई है, राहुल गांधी ने हाल ही में उन पर तीख़ा हमला बोला था और दो सवाल पूछे थे। राहुल ने गलवान पर ट्वीट करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय क्षेत्र को चीनी आक्रमण के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। राहुल ने पहला सवाल पूछा था कि अगर धरती चीन की थी तो हमारे सैनिक क्यों मारे गए और दूसरा सवाल यह कि वे कहां मारे गए।
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक के इस बयान पर कि चीन की ओर से भारतीय सेना पर किया गया हमला पूर्व नियोजित था, पर भी राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला था। राहुल ने ट्वीट कर कहा था, ‘अब तीन बातें पूरी तरह साफ हो चुकी हैं। पहली यह कि गलवान घाटी में चीन का हमला पूरी तरह पूर्व नियोजित था। दूसरी, भारत सरकार गहरी नींद में सो रही थी और उसने इस समस्या को मानने से इनकार कर दिया और तीसरी यह कि इसकी क़ीमत हमारे शहीद जवानों को चुकानी पड़ी।’
इससे पहले उन्होंने सवाल पूछा था कि हमारे निहत्थे जवानों को वहां शहीद होने क्यों भेजा गया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यह भी पूछा था कि चीन ने हमारे निहत्थे जवानों को मारने की जुर्रत कैसे की? राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी ट्विटर पर घेरते हुए कई सवाल पूछे थे।
राहुल ने राजनाथ सिंह के लद्दाख में जवानों की शहादत पर दुख जताने वाले ट्वीट के जवाब में पूछा था, ‘अगर भारतीय जवानों का शहीद होना पीड़ादायक है तो आपने अपने ट्वीट में चीन का नाम क्यों नहीं लिया है। आपको सांत्वना व्यक्त करने में 2 दिन क्यों लगे? जब जवान शहीद हो रहे हैं तो आप चुनावी रैलियां क्यों कर रहे हैं।’
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