loader
राहुल गांधी गुरुवार को संसद में

भारत विरोधी कुछ नहीं बोला, संसद में बोलने तो दोः राहुल गांधी

ब्रिटेन यात्रा से वापस लौटे कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज 16 मार्च को संसद भवन पहुंचे। पत्रकारों से बात करते हुए, राहुल ने कहा, “मैंने भारत विरोधी कुछ भी नहीं बोला। अगर वे अनुमति देंगे तो मैं संसद के अंदर बोलूंगा। लंदन में कांग्रेस नेता की टिप्पणी को लेकर उनसे बीजेपी माफी की मांग कर रही है। बीजेपी सांसदों ने चार दिनों से देश की संसद को शोरशराबे से ठप कर रखा है। राहुल ने लंदन में कहा था कि भारत के लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। बीजेपी इसे देश विरोधी बयान बता रही है। सत्तारूढ़ दल बीजेपी ने उन पर देश को 'बदनाम' करने का आरोप लगाया है। 
राहुल से माफी की मांग पर संसद की कार्यवाही चार दिनों से बाधित है। अडानी समूह के खिलाफ जेपीसी जांच को लेकर विपक्ष सरकार के खिलाफ विरोध कर रहा है। विपक्षी सांसदों ने आरोप लगाया कि संसद में उनकी आवाज को दबा दिया जा रहा है। तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने मुंह पर कपड़ा बांधकर राज्यसभा के वेल में आकर आज गुरुवार को अपना विरोध दर्ज कराया। हंगामे के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।

ताजा ख़बरें
कांग्रेस पार्टी ने दावा किया है कि अडानी मामले से ध्यान भटकाने के लिए सरकार सदन में बीजेपी सांसदों से हंगामा करा रही है और राहुल से माफी की मांग कर रही है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि जब भी कांग्रेस अडानी मामले में जेपीसी जांच की मांग उठाती है, भाजपा सत्र नहीं चलने देती। बीजेपी इतना डरी हुई है कि कोई संसद में गौतम अडानी का नाम न ले ले।

खेड़ा ने कहा- कुछ दिन पहले, पीएम मोदी ने कहा था एक अकेला सब पर भारी। लेकिन उन्होंने यह अपने लिए नहीं कहा, बल्कि अपने दोस्त 'रिंग मास्टर गोगो' गौतम अडानी के लिए कहा। पीएम के यह दोस्त अकेले ही पूरे भारत और संसद पर भारी पड़ रहे हैं।
इस बीच विपक्षी दलों के सदस्यों ने सरकार के विरोध में गुरुवार को संसद के बाहर मानव श्रृंखला बनाई और अडानी समूह के खिलाफ आरोपों की जेपीसी जांच की मांग की।
राहुल से माफी की मांग पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पहले ही साफ कर दिया है कि राहुल माफी नहीं मांगेंगे। पीएम मोदी ने विदेश में जाकर भारत विरोधी जो बयान दिए हैं, बीजेपी बताए कि उसका उन पर क्या कहना है। पीएम मोदी ने विदेश जाकर कहा था कि भारत में जन्म लेना पाप माना जाता है। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें