loader

राहुल ने मोदी को दिया जवाब- एक हैं तो कौन-कौन सेफ है, पोस्टर देखिए

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार शाम को सोशल मीडिया पर पोस्टर जारी करते हुए लिखा कि मन की बात जुबां पर। राहुल का शेयर किया गया पोस्टर फौरन ही वायरल हो गया। पोस्टर पर मोदी और अमित शाह के अलावा मोदी सरकार के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, कारोबारी गौतम अडानी और सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच के फोटो हैं। पोस्टर में इस फोटो के जरिए बताया गया है कि भाजपा के नारे एक हैं तो सेफ हैं का मतलब इन पांच लोगों (मोदी, शाह, डोभाल, अडानी, बुच) के एक होने और सुरक्षित होने से है।
इससे पहले एक खबर को शेयर करते हुए राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा था-  आम लोग कब सेफ होंगे, मोदी जी? आप तो बस 'एक' अडानी को सेफ करने में लगे हुए हैं। ये भयावह तस्वीर और खबर भारतीय रेल की लंबी लापरवाही, उपेक्षा और जान बूझकर की गई कम भर्तियों का परिणाम है।

ताजा ख़बरें
मोदी ने झारखंड में क्या कहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कांग्रेस की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि पार्टी सत्ता पाने के लिए झारखंड में पिछड़े समुदायों की एकता को तोड़ने की कोशिश कर रही है। प्रधानमंत्री, जो झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले गुमला में एक रैली को संबोधित कर रहे थे, ने राज्य में अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और आदिवासी समुदायों को एकजुट रहने की सलाह देते हुए कहा, "एक रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे।" 

पीएम मोदी ने कहा- "कांग्रेस जानती है कि आदिवासी, ओबीसी और दलित बहुल क्षेत्रों में उसका सफाया हो गया क्योंकि ये समुदाय एकजुट हो गए... यही कारण है कि कांग्रेस का शाही परिवार हमारे एससी, आदिवासी, एसटी और ओबीसी समुदायों की एकता पर हमला कर रहा है।"
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर देश में ओबीसी, एससी और एसटी का आरक्षण छीनने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया। मोदी ने कहा- 'वे (कांग्रेस) उनका आरक्षण छीनना चाहते हैं... यहां सभी जातियों की आवाज में तभी ताकत होगी जब वे अनुसूचित जनजाति के रूप में एकजुट रहेंगे... कांग्रेस चाहती है कि वे सभी आंतरिक रूप से लड़ें और कमजोर हो जाएं...' एक रहोगे तो सुरक्षित रहोगे...।''

गुमला रैली में पीएम मोदी ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस से लेकर पूर्व भारतीय प्रधानमंत्रियों ने ओबीसी समुदाय को आरक्षण देने की सिफारिशों को नजरअंदाज किया। मोदी ने कहा-  "कांग्रेस पार्टी शुरू से ही ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) का विरोध करती रही है। काका साहेब कालेलकर ने 1955 में कहा था कि पिछड़े वर्गों को आरक्षण दिया जाना चाहिए। जवाहरलाल नेहरू ने फाइलों को ठंडे बस्ते में डाल दिया। 1980 में मंडल कमीशन ने सिफारिश की थी कि ओबीसी को आरक्षण मिलना चाहिए. इंदिरा गांधी ने भी इस फाइल को ठंडे बस्ते में डाल दिया था।"

देश से और खबरें
गुमला से पहले बोकारों में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर एक उपजाति को दूसरे के खिलाफ खड़ा करके ओबीसी के बीच विभाजन पैदा करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा- "कांग्रेस-जेएमएम के नापाक मंसूबों और साजिशों से सावधान रहें। वे सत्ता छीनने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। कांग्रेस आजादी के बाद से ही एससी, एसटी और ओबीसी एकता की विरोधी रही है। जब तक एकता नहीं बनी, तब तक कांग्रेस केंद्र में सरकारें बनाती रही और देश को लूटती रही।''

81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के लिए चुनाव 13 नवंबर और 20 नवंबर को होने हैं। वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें