कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफ़े की पेशकश कर चुके राहुल गाँधी अब अपने फ़ैसले से टस से मस होने के लिए तैयार नहीं हैं। हालाँकि पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गाँधी को अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए राज़ी करने की जी-तोड़ कोशिश कर रहे हैं। लेकिन राहुल ने इन नेताओं से साफ़ कह दिया है कि वह संसद में तो बतौर पार्टी नेता ज़िम्मेदारी लेने के लिए पूरी तरह तैयार हैं लेकिन अध्यक्ष पद किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं करेंगे। 
राहुल ने पार्टी नेताओं को नया अध्यक्ष चुनने के लिए एक महीने का समय दिया है। राहुल गाँधी की ज़िद के चलते कोई वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए जल्द कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई जा सकती है।