राफेल (रफ़ाल) सौदे के बिचौलिए सुशेन गुप्ता ने लड़ाकू जहाज़ बनाने वाली कंपनी दसॉ के किसी आदमी से क्यों कहा था कि वह उसे एक 'पॉलिटिकल हाई कमान्ड' से मिलवा सकता है? कौन था वह 'पॉलिटिकल हाई कमान्ड'? क्या वह व्यक्ति उस समय की सत्ताधारी पार्टी का कोई बड़ा नेता था? क्या वह व्यक्ति उस समय की केंद्र सरकार में मंत्री था?
राफेल सौदा : बिचौलिए ने किस 'पॉलिटिकल हाई कमान्ड' से मिलाने की पेशकश की थी?
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- 10 Nov, 2021
राफेल सौदे पर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हैं और विपक्ष ने कई अहम सवाल पूछे हैं।

फ्रांस से लड़ाकू विमान राफेल (रफ़ाल) खरीदने के मामले में जो नए तथ्य सामने आए हैं और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने जो सवाल उठाए हैं, उनसे ये सवाल अपने आप खड़े हो रहे हैं। ये वे सवाल भी हैं, जिन पर सरकार और सत्तारूढ़ दल बीजेपी चुप हैं। वे इससे इनकार नहीं कर रही हैं।
फ़्रांसीसी न्यूज़ पोर्टल 'मीडियापार्ट' ने एक सनसनीखेज खबर में दावा किया है कि बिचौलिया सुशेन गुप्ता को इंडियन निगोशिएशन टीम (आईएनटी) का एक अत्यंत महत्वपूर्ण व गोपनीय दस्तावेज हाथ लग गया था। भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने इस टीम का गठन राफेल (रफ़ाल) बनाने वाली कंपनी दसॉ एविएशन से बातचीत करने के लिए किया था।