loader

ये भी कम नहींः राजस्थान बोर्ड परीक्षा में कांग्रेस की चाटुकारिता वाले सवाल

राजस्थान में 12वीं की पोलिटकल साइंस की परीक्षा में कांग्रेस पार्टी से संबंधित आठ सवाल पूछे जाने पर विवाद हो गया है। बीजेपी ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया है। ये अलग बात है कि केंद्र और कुछ राज्यों में बीजेपी सरकारें अपने हिसाब से शिक्षा में पाठ्यक्रम से लेकर तमाम चीजों में बदलाव कर रही हैं।बहरहाल, राजस्थान में जो हुआ वो भी कम आपत्तिजनक नहीं है। ऐसा माना जाता है कि कांग्रेस की तारीफ में सवाल हद से ज्यादा बढ़ गए, क्योंकि उनमें से ज्यादातर कांग्रेस की उपलब्धियों से जुड़े थे। यह पहली बार है कि राज्य बोर्ड परीक्षा में किसी सत्तारूढ़ दल पर इतने सवाल पूछे गए हैं। हालांकि, परीक्षा में अन्य प्रश्न सीपीआई और बहुजन समाज पार्टी से भी संबंधित थे।     
ताजा ख़बरें

पूछे गए सवाल

  •  एक सामाजिक और वैचारिक गठबंधन के रूप में कांग्रेस की संक्षेप में चर्चा करें?
  •   एक पार्टी के प्रभुत्व का युग और कांग्रेस प्रणाली- चुनौतियाँ और बहाली?
  •   1984 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने कितनी सीटें जीती थीं?
  •  भारत में पहले तीन आम चुनावों में किस पार्टी का दबदबा रहा और अब क्या हो रहा है?
  •   कांग्रेस ने 1967 का आम चुनाव किन परिस्थितियों में लड़ा और उसका जनादेश क्या था? चर्चा कीजिए?

देश से और खबरें
 1971 के आम चुनाव में कांग्रेस की बहाली के लिए चुनाव हुआ था। इसे समझाएं।
  •   गरीब हटाओ का नारा किसने दिया था?
  •   2004 के लोकसभा चुनाव के बाद कई अहम मुद्दों पर ज्यादातर पार्टियों में व्यापक सहमति बनी। उनमें से किन्हीं दो की संक्षेप में चर्चा कीजिए।
बीजेपी नाराजप्रश्न पत्र को लेकर राजस्थान कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए प्रदेश बीजेपी ने पूछा कि यह राजनीति विज्ञान का पेपर है या कांग्रेस के इतिहास का पेपर। बीजेपी ने ट्विटर पर लिखा कि राजनीति विज्ञान के इस प्रश्न पत्र को देखकर, कई छात्रों को यह भी समझ नहीं आया कि परीक्षा राजनीति विज्ञान के बारे में थी या कांग्रेस के इतिहास की! शायद गहलोत जी ने अब कांग्रेस को माना है। इतिहास के हिस्से के रूप में।

इस बीच, शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि राजनीतिक दलों से संबंधित प्रश्न अतीत में भी पूछे गए हैं। दूसरी ओर, इस मुद्दे पर राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें