प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर लगातार विवादों में घिरती जा रही हैं। पहले वह कथित तौर पर सत्ता के दुरुपयोग के लिए विवाद में थीं और अब अपनी विकलांगता के दावे के लिए। रिपोर्ट है कि उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में विकलांगता के आधार पर लाभ लिया। इसके लिए कम से कम 40 फीसदी विकलांगता होना ज़रूरी है। जबकि कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया था कि उनकी 7 फीसदी ही विकलांगता थी। एक और रिपोर्ट सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि खेडकर द्वारा 2007 में एक निजी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेते समय दिए गए डॉक्टरी प्रमाण पत्र में उन्हें 'चिकित्सकीय रूप से स्वस्थ' बताया गया था तथा कहा गया था कि उन्हें कोई बड़ी विकलांगता नहीं है।
पूजा खेडकर की विकलांगता पर इतना विवाद क्यों, जानें सर्टिफिकेट में क्या दावा
- देश
- |
- 16 Jul, 2024
यूपीएससी परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर 821वीं रैंक हासिल करने वाली पूजा खेडकर को पुणे में सहायक कलेक्टर के पद पर तैनात किया गया था। लगातार विवादों में क्यों?

बहरहाल, अब एक रिपोर्ट में उनकी विकलांगता का प्रमाण पत्र सामने आया है। उस प्रमाण पत्र को महाराष्ट्र के अहमदनगर जिला अस्पताल ने प्रमाणित किया है कि पूजा खेडकर दोनों आँखों में मायोपिक डिजनरेशन के साथ अवसाद से पीड़ित थीं।