राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कृषि क़ानूनों को रद्द करने वाले बिल पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इसके साथ ही ये क़ानून पूरी तरह रद्द हो गए हैं।