अगर हम कहें कि सोशल मीडिया, ख़ास तौर पर ट्विटर पर लगभग हर रोज़ इसलामोफ़ोबिया से संबंधित कोई न कोई हैशटैग ट्रेंड करता है तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) पारित होने के बाद शुरू हुए देशव्यापी आंदोलनों की काट निकालने के लिए आजकल सोशल मीडिया पर मुसलिम विरोधी सामग्री की बाढ़ आई हुई है।
भारत का मौजूदा इसलामोफ़ोबिया स्वाभाविक और स्वतःस्फूर्त है?
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- 21 Dec, 2019

नागरिकता संशोधन विधेयक के पारित होने के बाद से सोशल मीडिया पर मुसलमानों के ख़िलाफ़ नफ़रत का जो मौहाल तैयार किया जा रहा है, क्या वह स्वतस्फूर्त है या इसके पीछे किसी की साजिश है?
विजयशंकर चतुर्वेदी कवि और वरिष्ठ पत्रकार हैं। उन्होंने कई मीडिया संस्थानों में काम किया है। वह फ़िलहाल स्वतंत्र रूप से पत्रकारिता करते हैं।