अब एक और शहर का नाम बदल दिया गया। यह बदलाव कथित तौर पर 'औपनिवेशिक छाप' मिटाने के लिए किया गया है। खुद गृहमंत्री अमित शाह ने तो कम से कम यही तर्क दिया है।