जुलाई 2024 में इंग्लैड के कई शहरों में दंगे और उपद्रव हुए। इनकी मुख्य वजह थीं झूठी खबरें और लोगों में अप्रवासी विरोधी भावनाएं। अधिकांश दंगा पीड़ित मुसलमान थे। मस्जिदों और उन स्थानों पर हमले हुए जहां अप्रवासी रह रहे थे। इन घटनाओं के बाद यूके के ‘सर्वदलीय संसदीय समूह’ ने भविष्य में ऐसी हिंसा न हो, इस उद्देश्य से एक रपट जारी की। रपट में कहा गया कि “मुसलमान तलवार की नोंक पर इस्लाम फैलाते हैं” कहने पर पाबंदी लगा दी जाए। इस्लामोफोबिया की जड़ में जो बातें हैं, उनमें से एक यह मान्यता भी है।