जुलाई 2024 में इंग्लैड के कई शहरों में दंगे और उपद्रव हुए। इनकी मुख्य वजह थीं झूठी खबरें और लोगों में अप्रवासी विरोधी भावनाएं। अधिकांश दंगा पीड़ित मुसलमान थे। मस्जिदों और उन स्थानों पर हमले हुए जहां अप्रवासी रह रहे थे। इन घटनाओं के बाद यूके के ‘सर्वदलीय संसदीय समूह’ ने भविष्य में ऐसी हिंसा न हो, इस उद्देश्य से एक रपट जारी की। रपट में कहा गया कि “मुसलमान तलवार की नोंक पर इस्लाम फैलाते हैं” कहने पर पाबंदी लगा दी जाए। इस्लामोफोबिया की जड़ में जो बातें हैं, उनमें से एक यह मान्यता भी है।
इस्लामोफोबिया से मुकाबला बहुत पहले शुरू हो जाना था
- विचार
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- 13 Sep, 2024

क्या मुसलमानों को लेकर प्रोपगेंडा नहीं फैलाया जा रहा और इस वजह से वे निशाना बनाए जा रहे हैं? जानिए, समाज में स्थिति कैसी बन गई है।
यह उदाहरण हमारे देश में अनुकरण करने योग्य है जहां यह और बहुत सी अन्य गलत धारणाएं और पूर्वाग्रह लोगों के मन में पैठ बनाए हुए हैं। इस्लाम कैसे फैला? मुस्लिम राजाओं द्वारा कुछ हिंदू राजाओं का कत्ल किए जाने का उदाहरण देकर (जो राजनैतिक कारणों से किए गए थे) यह मिथक फैलाया जाता है कि इस्लाम तलवार की नोंक पर फैला। भारत में इस्लाम के विस्तार की हकीकत इससे बहुत अलग है।