केंद्रीय बजट 2024-25 में वित्त मंत्रालय द्वारा किए गए अनुमान के अनुसार, राजनीतिक दलों को दान के कारण कॉर्पोरेट्स, फर्मों और व्यक्तियों द्वारा प्राप्त टैक्स कटौती का राजस्व प्रभाव वित्त वर्ष 2022-23 में अनुमानित 3,967.54 करोड़ रुपये था। यानी लोगों, कॉरपोरेट्स, फर्मों आदि ने राजनीतिक दलों को चंदा देकर 2022-23 में 3967.54 करोड़ का टैक्स बचाया। लेकिन सरकार के खजाने को इससे तो नुकसान हुआ। बड़ा सवाल यही है कि राजनीतिक दलों को ऐसे दान पर छूट क्यों मिलना चाहिए। आम जनता टैक्स भरती है और राजनीतिक दल चंदा वसूल कर बड़े लोगों को टैक्स बचवाते हैं।
राजनीतिक चंदे पर टैक्स छूट या कर की लूट, सरकारी खजाने पर 3967 करोड़ का बोझ
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- 29 Mar, 2025
राजनीतिक दलों को चंदा देकर तमाम लोग, कंपनियां, संगठन जबरदस्त टैक्स बचा रहे हैं लेकिन सरकार को इससे नुकसान होता है। उसके खजाने की आमदनी में कमी आती है। 2014 में मोदी सरकार के आने से पहले भी लोग राजनीतिक चंदा देते थे लेकिन वो इतना नहीं था, जिसकी चर्चा की जाती रही हो। लेकिन 2014-15 वित्त वर्ष में जो राजनीतिक चंदा दिया गया, उस पर 170.86 करोड़ की टैक्स छूट प्राप्त की गई। 2021-22 में, राजनीतिक चंदे के लिए टैक्स रियायतें 3,516.47 करोड़ रुपये पहुंच गईं, जो पिछले वित्त वर्ष से 300% अधिक है। और भी बहुत कुछ जानिएः
