नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस या एनडीए गठबंधन के 25 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नई दिल्ली में इस गठबंधन में शामिल दलों के नेताओं के साथ बैठक की और उन्हें संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि NDA में N का मतलब न्यू इंडिया है, D का मतलब डेवलप्ड नेशन यानी विकसित राष्ट्र ओर A का अर्थ है एस्पिरेशन यानी लोगों की आकांक्षा है।
उन्होंने कहा कि आज युवा, महिलाएं, मध्यम वर्ग, दलित और वंचितों को एनडीए पर भरोसा है। एनडीए नई ऊर्जा से भरी हुई त्रिशक्ति है। एनडीए क्षेत्रीय आकांक्षाओं का बहुत ही खूबसूरत इंद्रधनुष है। यह देश के लोगों के लिए समर्पित है। एनडीए में ऐसे दल हैं जिनकी पहले दिल्ली में सुनवाई नहीं होती थी। एनडीए में कोई दल छोटा या बड़ा नहीं है। हम सभी एक लक्ष्य के लिए काम कर रहे हैं।
राज्यों के विकास से राष्ट्र का विकास इस मंत्र को एनडीए ने निरंतर सशक्त किया है। हमारे लिए गठबंधन मजबूरी का नहीं बल्कि मजबूती का माध्यम है। इसमें क्रेडिट भी सबका है, दायित्व भी सबका है। पॉलिटिक्स में प्रतिस्पर्धा हो सकती है, लेकिन शत्रुता नहीं होती। आखिरकार हम एक ही देश के लोग हैं, एक ही समाज का हिस्सा हैं। लेकिन दुर्भाग्य से आज विपक्ष ने अपनी एक ही पहचान बना ली है हमें गाली देना, हमें नीचा दिखाना।
उन्होंने विपक्षी गठबंधन पर कहा कि ये साथ तो आ सकते हैं लेकिन पास नहीं। केरल में लेफ्ट और कांग्रेस एक-दूसरे के खून के प्यासे हैं, लेकिन बेंगलुरु में हाथ पकड़कर हंस रहे हैं। पश्चिम बंगाल में लेफ्ट और तृणमूल कांग्रेस लड़ रहे हैं, लेकिन बेंगलुरु में साथ खड़े हैं। कहा कि, जनता जानती है ये मिशन नहीं मजबूरियां है। इन्हें तो अपने कार्यकर्ताओं की भी चिंता नहीं।
जनता देख रही है कि ये पार्टियां क्यों इकट्ठा हो रही हैं
पीएम मोदी ने बेंगलुरु में हुई विपक्षी दलों की बैठक पर कहा कि जनता देख रही है कि ये पार्टियां क्यों इकट्ठा हो रही हैं। जनता ये भी जान रही है कि वो कौन सा, गोंद है जो इन लोगों को, इन पार्टियों को जोड़ रहा है। भारत में चुनाव निकट हैं, लेकिन तमाम देश भारत को मान-सम्मान दे रहे हैं, दूरगामी समझौते कर रहे हैं क्योंकि दुनिया के देशों को पता है कि भारत में जनमत किसके साथ है। हमारा एक ही लक्ष्य है विकास, भारत का विकास। भारत के कोटि-कोटि लोगों की आशा-आकांक्षा ही हमारा एजेंडा है। हम पूरी शक्ति लगा देंगे, हम मेहनत करेंगे, ईमानदारी से काम करेंगे, ये हमारी गारंटी है। पीएम मोदी ने कहा कि,अपने राजनीति स्वार्थ के लिए ये लोग पास-पास तो आ सकते हैं, लेकिन साथ नहीं आ सकते। इन्हें अपने कार्यकर्ताओं की भी परवाह नहीं है। ये अपने कार्यकर्ताओं से उम्मीद करते हैं कि जीवन भर जिनका विरोध किया उनका अचानक से सत्कार करने लग जाएंं।जो लोग आज मोदी को कोसने में इतना समय लगा रहे हैं, अच्छा होता, वह देश के लिए सोचने में, गरीब के लिए सोचने में अपना समय लगाते। हम उनके लिए प्रार्थना ही कर सकते हैं।
ये लक्ष्य विकसित और आत्मनिर्भर भारत का हैउन्होंने कहा कि एनडीए के 25 वर्षों की इस यात्रा के साथ एक और संयोग जुड़ा है। ये वह समय है, जब हमारा देश आने वाले 25 वर्षों में एक बड़े लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कदम बड़ा रहा है। ये लक्ष्य विकसित भारत का है, आत्मनिर्भर भारत का है। हमारे देश में राजनीतिक गठबंधनों की एक लंबी परंपरा रही है, लेकिन जो भी गठबंधन नकारात्मकता के साथ बने वह कभी भी सफल नहीं हो पाए हैं। कांग्रेस ने 90 के दशक में देश में अस्थिरता लाने के लिए गठबंधनों का इस्तेमाल किया। कांग्रेस ने सरकारें बनाईं और सरकारें बिगाड़ीं।
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एनडीए किसी के विरोध में नहीं बना था
उन्होंने कहा कि जब हम विपक्ष में थे तब भी हमने हमेशा सकारात्मक राजनीति की। हमने कभी जनादेश का अपमान नहीं किया। हमने सरकारों का विरोध करने के लिए कभी भी विदेशी मदद नहीं मांगी। हम विपक्ष में रहे लेकिन देश के विकास में न रोड़े अटकाए और न ही रूकावट बने।1998 में एनडीए का गठन हुआ था, लेकिन सिर्फ सरकारें बनाना और सत्ता हासिल करना एनडीए का लक्ष्य नहीं था।एनडीए किसी के विरोध में नहीं बना था, यह किसी को सत्ता से हटाने के लिए नहीं बना था। इसका गठन देश में स्थिरता लाने के लिए हुआ था। पीएम मोदी ने कहा कि जब गठबंधन सत्ता की मजबूरी का हो, जब गठबंधन भ्रष्टाचार की नीयत से हो, जब गठबंधन परिवारवाद की नीति पर आधारित हो, जब गठबंधन जातिवाद और क्षेत्रवाद को ध्यान में रखकर किया गया हो तो वो गठबंधन देश का बहुत नुकसान करता है।
2014 से पहले की गठबंधन सरकार का उदाहरण हमारे सामने है। प्रधानमंत्री के ऊपर एक आलाकमान, पॉलिसी पैरालिसिस, निर्णय लेने में अक्षमता, अव्यवस्था और अविश्वास, खींचतान और भ्रष्टाचार, लाखों-करोड़ों के घोटाले थे।
त्रिशक्ति से गरीबों का हक छीनने से रोका है
प्रधानमंत्री ने कहा कि, एनडीए सरकार ने बीते 9 वर्षों में भ्रष्टाचार के हर रास्ते को बंद करने के लिए हर संभव प्रयास किया। पहले सत्ता के गलियारे में जो बिचौलिए घूमते थे, उन्हें बाहर कर दिया। जनधन, आधार और मोबाइल की त्रिशक्ति से गरीबों का हक छीनने से रोका है।हमने देशसेवा में सभी के योगदान को स्वीकार किया, उसे सराहा, उन्हें सम्मानित किया। लोकतंत्र की ये मूल भावना एनडीए की कार्यशैली में आपको हर जगह दिखेगी।
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हमने प्रणब दा को भारत रत्न दिया
उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल पूरे होने पर हम देश के कोने-कोने में एक लाख अमृत सरोवर बना रहे हैं। हमारी स्पीड, उद्देश्य अभूतपूर्व है। हम मेक इन इंडिया पर भी बल दे रहे हैं और देश के पर्यावरण पर भी ध्यान दे रहे हैं।हमने प्रणब दा को भारत रत्न दिया, वे जीवन भर कांग्रेस में रहे, लेकिन उन्हें सम्मान देने में हमने संकोच नहीं किया। हमने शरद पवार, मुलायम सिंह जैसे कई नेताओं को पद्म सम्मान दिया है, वे कभी एनडीए में नहीं थे।मेरे समय का हर क्षण, देश को ही समर्पित है
प्रधानमंत्री ने कहा, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि मैं अपने परिश्रम में, अपने प्रयासों में कहीं कोई कमी नहीं रहने दूंगा। मेरे शरीर का हर कण, मेरे समय का हर क्षण, देश को ही समर्पित है।9 साल में हमने केवल एक लक्ष्य के साथ काम किया है कि हम देशवासियों का, खासकर गरीबों और वंचितों का जीवन बेहतर बना सके। हम केवल आज की जरूरतों के लिए काम नहीं कर रहे हैं, हम आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को भी सुरक्षित बना रहे हैं।लाल किले से मैंने कहा था कि यही समय है, सही समय है। आज देश में एक माहौल बन चुका है। पिछले 9 वर्षों में नए भारत की मजबूत नींव का निर्माण हो चुका है। इस नींव पर हम सबको नए भारत का, आत्मनिर्भर भारत का, विकसित भारत का निर्माण करके ही रहना है। पीएम ने कहा कि मैं भरोसा दिलाता हूं कि एनडीए के तीसरे टर्म में देश की इकोनॉमी दुनिया में तीसरे नंबर पर होगी।
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