यूपी में पूर्वांचल के दो प्रमुख नेता ओमप्रकाश राजभर और दारा सिंह चौहान भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में लौट आए हैं। इनके भाजपा से हाथ मिलाने के बाद पूर्वांचल के राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं। क्योंकि दोनों ही नेताओं की अपने वोट बैंक पर अच्छी पकड़ है। भाजपा ने जैसे ही एनडीए को खड़ा करने की कोशिश शुरू की, उसमें हाशिए पर पड़े तमाम छोटे दलों के नेताओं के दिन लौट आए। लेकिन इनका आना इतना सामान्य नहीं है। दरअसल, इनको वापस लाना भाजपा की मजबूरी भी बताता है, जिसकी नजर लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी की उन सीटों पर है, जहां वो हार गई थी या पिछड़ गई थी।
कुछ तो मजबूरियां रही होंगीः भाजपा राजभर और दारा को वापस क्यों लाई
- राजनीति
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- 29 Mar, 2025
उत्तर प्रदेश में पूर्वाचल की राजनीति भाजपा के लिए काफी मायने रखती है। लोकसभा और विधानसभा में मनचाहा नतीजा नहीं मिलने की वजह वहां के ओबीसी नेता हैं। वहां के दो प्रमुख ओबीसी नेता अब भाजपा के साथ हैं। राजभर एनडीए का हिस्सा हैं और दारा सिंह चौहान तो भाजपा में ही शामिल हो गए हैं।

दारा सिंह चौहान यूपी में 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले योगी मंत्रिमंडल से मंत्री पद से इस्तीफा देकर सपा में शामिल हुए थे। वो मऊ जिले की घोसी विधानसभा से आते हैं। दारा अब भाजपा में लौट आए हैं।