जाति जनगणना पर सत्तारूढ़ भाजपा और आरएसएस का स्टैंड बार-बार बदल रहा है। बिहार में जब जाति जनगणना की रिपोर्ट आई तो केंद्रीय अमित शाह ने उसे फ्रॉड बताया था। पीएम मोदी का अलग ही दार्शनिक राग था। संघ जाति की बात करने वालों को समाज को बांटने वाला बता रही था, अब कह रहा है कि वो जाति जनगणना के खिलाफ नहीं। सवाल यह है कि दक्षिणपंथी पार्टी और संगठना इतना भयभीत क्यों हैं। जानिए