जलवायु परिवर्तन पर क्या इस बार ठोस क़दम उठाए जा सकेंगे? दुनिया भर के देश फिर से जुट रहे हैं। पीएम मोदी भी इसमें शामिल होने के लिए दुबई पहुँचे हैं। समझा जाता है कि कोयले पर भारत की निर्भरता पर भी चर्चा की जा सकती है। दुनिया भर के सबसे ज़्यादा प्रदूषण फैलाने वाले अमेरिका और चीन जैसे देशों के प्रदूषण कम करने पर तो चर्चा होगी ही।
COP28: दुबई पहुंचे पीएम; जहरीली हवा सुधारने पर बात बनेगी?
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- 1 Dec, 2023
जलवायु परिवर्तन यानी जहरीली होती हवा, अधिक गर्मी, अधिक सर्दी, कहीं सूखा तो कहीं बाढ़ जैसे अप्रत्याशित होते जा रहे मौसम को सुधारने के लिए दुनिया भर के देशों में क्या सहमति बनेगी?

दरअसल, ये सब देश जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (सीओपी28) के वार्षिक सम्मेलन में भाग लेने के लिए जुट रहे हैं। ये इसलिए इकट्ठा हो रहे हैं कि दुनिया भर में प्रदूषण यानी ख़राब होती हवा का असर तापमान पर पड़ रहा है। हवा में कार्बन डाइऑक्साइड जैसे गैसों की मात्रा बढ़ रही है और इसको संतुलन बनाए रखने में अहम योगदान देने वाले पेड़ों की कटाई हो रही है। नतीजा सामने है। तापमान बढ़ रहा है और जलवायु परिवर्तन हो रहा है।