प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को बधाई दी है। सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखे अपने एक पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि शहबाज शरीफ को दूसरी बार पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने पर बधाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बधाई संदेश के बाद एक बार फिर से सवाल उठने लगा है कि क्या एक बार फिर दोनों देशों के रिश्तों में जमी बर्फ पिघलने वाली है?
पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज पार्टी के नेता शहबाज शरीफ ने सोमवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने राष्ट्रपति भवन ‘ऐवान-ए-सद्र' में आयोजित एक समारोह में शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई है। समारोह में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज और सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह भी उपस्थित थे।
वह इससे पहले भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के संसद भंग होने से पहले शहबाज शरीफ ने अप्रैल 2022 से लेकर अगस्त 2023 तक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया था। इस तरह से वह दूसरी बार पाकिस्तान की बागडोर संभाल रहे हैं।
वह ऐसे समय में पाकिस्तान के पीएम बने हैं जब पाकिस्तान आर्थिक रूप से बदहाल हो चुका है। ऐसे में उनकी पहली प्राथमिकता देश की अर्थव्यवस्था को सुधारना है। यह तभी हो सकता है जब पड़ोसी देशों से संबंध अच्छे हों। दूसरी तरफ मौजूदा राजनैतिक परिस्थितियां बताती हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच अभी रिश्ते सामान्य नहीं होने वाले हैं।
पाकिस्तान के पीएम बने शहबाज शरीफ को सेना का भी समर्थन प्राप्त है। रविवार को उन्होंने नेशनल असेंबली में भी बहुमत साबित कर दिया था। पीएमएल-एन और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के संयुक्त उम्मीदवार 72 वर्षीय शहबाज शरीफ को 336 सदस्यीय सदन में 201 वोट मिले थे।
वहीं जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ या पीटीआई के उनके प्रतिद्वंद्वी उमर अयूब खान को 92 वोट मिले थे।
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