प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया, एडिटर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया सहित पत्रकारों के कई संगठनों ने मीडिया संस्थानों, भारतीय पत्रकारों, एक्टिविस्टों, मंत्रियों, सांसदों और जजों की कथित जासूसी की निंदा की है। उन्होंने कहा है कि उन्हें लगता है कि नागरिकों की जासूसी करने से लोकतंत्र कमजोर होता है। इसी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा है कि इसीलिए यह सरकार की ज़िम्मेदारी है कि वह पेगासस स्पाइवेयर पर उठ रहे संदेहों को दूर करे और इस मामले में वह ख़ुद को साफ़-सुथरा साबित करे।