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वाह रे एमपी की स्वास्थ्य सेवाएं, बुलडोजर से घायल को अस्पताल पहुंचाना पड़ रहा है ! | MP Tak@ChouhanShivraj @BJP4MP @OfficeOfKNath @drnarottammisra pic.twitter.com/R2MP8BsyxJ
— MP Tak (@MPTakOfficial) September 13, 2022
मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा का कितना बुरा हाल है। उसकी खबरें जब-तब आती रहती हैं। कभी खाट पर मरीज को इसलिए ले जाना पड़ता है कि एम्बुलेंस नहीं मिली। कभी महिला अस्पताल के गेट पर बच्चे को जन्म दे देती है, क्योंकि अस्पताल में बेड नहीं मिला। व्यापम घोटाले के प्रदेश से अब खबर आ रही है कि कटनी में एक मरीज को बुलडोजर में लादकर अस्पताल पहुंचाया गया। वजह वही है कि इस बार भी एम्बुलेंस नहीं मिली। कटनी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
कटनी जिला के बरही में खितौली रोड से एम्बुलेंस के लिए फोन किया गया। जब आधा घंटा बीत गया और मरीज की हालत लगातार बिगड़ रही थी तो घर वालों ने बुलडोजर में रखकर मरीज को अस्पताल ले जाने का फैसला किया। इसका कुछ लोगों ने वीडियो बना लिया और उसे वायरल कर दिया। हालांकि एमपी में पिछले दिनों बुलडोजरों की अन्य वजहों से चर्चा रही। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद के बुलडोजर मामा कहलावाना पसंद करते हैं। लेकिन अब हालात ये हैं कि उस बुलडोजर पर मरीज को लाया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक खितौली रोड पर सोमवार शाम को एक ढाबे के पास दो बाइकों के आपस में टकराने से महेश बर्मन गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए वहां जमा लोगों ने एम्बुलेंस सेवा 108 पर फोन किया। लेकिन एम्बुलेंस का कहीं पता नहीं था। इसके बाद महेश को एक बुलडोजर पर कुछ लोगों ने लादा। दो लोग सबसे आगे जान जोखिम में डालकर खड़े हो गए और रास्ते में लोगों से हटने का इशारा करते रहे। इस तरह बुलडोजर को रास्ता मिलता गया। महेश को समय पर इलाज मिल गया। उनकी टांग में फ्रैक्चर हुआ है। उन्हें अब जिला अस्पताल में रेफर किया गया है।
मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का जो हाल है, वो किसी से छिपा नहीं है। अभी दो दिन पहले नर्मदापुरम से खबर आई थी कि एक महिला मरा हुआ बच्चा लिए अस्पताल कैंपस में 8 दिन तक पड़ी रही लेकिन उसे इलाज नहीं मिला। हालात इतने बदतर हैं कि मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी के अपने इलाके रायसेन में एक्सरे फिल्म न मिलने के कारण रिपोर्ट मोबाइल पर पीडीएफ पर भेजी जा रही है। उस रिपोर्ट को पढ़ने में डॉक्टरों को दिक्कत होती है। हालांकि एबीपी न्यूज के मुताबिक राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने दावा किया कि एक्सरे फिल्म की कोई कमी नहीं है। पत्रकार बताएं कि कहां कमी है तो वहां एक्सरे फिल्म भिजवा दी जाएगी।
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