करतारपुर स्थित गुरुद्वारे को भारतीय श्रद्धालुओं के लिए खोलने में अब बमुश्किल 15 दिन बचे हैं, लेकिन छोटे-मोटे मुद्दों को भी सुलझाने में भारत और पाकिस्तान नाकाम हैं। दोनों के बीच एक समझौता शनिवार को होना था, पर सिर्फ़ 20 डॉलर की फ़ीस पर जिच बरक़रार रहने की वजह से यह न हो सका। नतीजतन, श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जो रविवार को शुरू होना था, नहीं हो सका। इससे श्रद्धालुओं में निराशा और अनिश्चितता बनी हुई है।