फिर से 'एक देश, एक चुनाव' का शोर है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जहाँ इस पर रिपोर्ट को मंजूरी दे दी है, वहीं विपक्ष ने इस रिपोर्ट का विरोध किया है। विपक्ष ने कहा है कि 'एक देश, एक चुनाव' केवल ध्यान भटकाने के लिए भाजपा की चाल है। उन्होंने इसे संघवाद के ख़िलाफ़ बताया है और कहा है कि यह देश हित में नहीं है।
विपक्ष ने किया 'एक देश, एक चुनाव' का विरोध, कहा- देश हित में नहीं
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- 18 Sep, 2024
केंद्र ने कहा है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने देश भर में एक साथ चुनाव कराने की रिपोर्ट को मंजूरी दे दी है। जानिए, विपक्ष ने इस पर क्या प्रतिक्रिया दी है।

विपक्ष की यह प्रतिक्रिया तब आई जब केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट बैठक के बाद मीडिया को बताया कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाले पैनल की रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया गया है। कांग्रेस ने कहा है कि यह योजना व्यावहारिक नहीं है। पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे 'जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश' बताया है। खड़गे ने हरियाणा के लिए घोषणापत्र जारी करते हुए कहा, 'जब चुनाव आते हैं, तो उन्हें उठाने के लिए कोई मुद्दा नहीं मिलता। इसलिए वे वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाते हैं।' बाद में उन्होंने एक्स पर भी कुछ ऐसी ही बात कही।