loader

राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा, एक महीने तक सदन स्थगित

संसद में आज सोमवार को विपक्ष ने फिर हंगामा किया। भारी हंगामे के बीच सदन को 13 मार्च तक यानी एक महीने के लिए स्थगित कर दिया गया। राज्यसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जैसे ही बोलना शुरू किया, विपक्ष ने मांग की पहले मल्लिकार्जुन खड़गे को बोलने दिया जाए। सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष की बात नहीं सुनी। इस पर विपक्षी सांसदों ने हंगामा कर दिया। सभापति ने सदन की कार्यवाही पहले दोपहर तक बाद में एक महीने के लिए स्थगित कर दी। नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि सभा सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं। इसके जवाब में सभापति धनखड़ ने कहा कि आप हर बार यही बात कहते हैं। उन्होंने खड़गे के बयान को राज्यसभा की कार्यवाही से हटाने का निर्देश दिया।संसद में आज अडानी मामले पर फिर हंगामा होने के आसार हैं। दोनों सदनों में, कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्ष अडानी समूह के खिलाफ धोखाधड़ी और स्टॉक हेरफेर के आरोपों की जांच या तो सुप्रीम कोर्ट की अध्यक्षता वाली संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) या भारत के चीफ जस्टिस की निगरानी में जांच की मांग कर रहा है। .

इस तरह संसद का बजट सत्र एक महीने तक स्थगित हो गया लेकिन यह बहुत ही चिन्ता की बात है कि सरकार ने अडानी और चीन जैसे मुद्दे पर सदन में चर्चा नहीं होने दी। यह आरोप विपक्ष का है। उसका कहना है कि स्पीकर ओम बिड़ला ने लोकसभा में और सभापति जगदीप धनखड़ ने राज्यसभा को ठीक ढंग से नहीं चलाया। 

करीब 14 विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद भवन में राज्यसभा एलओपी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गेजी के कक्ष में आज एक बैठक में अपनी रणनीति तय की थी।

राज्यसभा में आज केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जनजातियों की सूची में कुछ समुदायों को शामिल करने के लिए संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश, 1950 में और संशोधन करने के लिए विधेयक पेश करने के लिए तैयार हैं।

ताजा ख़बरें

कांग्रेस के मनीष तिवारी ने चीन के साथ सीमा की स्थिति पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया।

शुक्रवार को, संसद को सप्ताहांत के लिए स्थगित किए जाने से पहले, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तमाम सफाई दी थी लेकिन विपक्ष उससे संतुष्ट नहीं हुआ। सीतारमण ने कहा था कि भारत अभी भी दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है और आने वाले वर्षों में भी ऐसा ही रहेगा।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा की गई कुछ टिप्पणियों को सभापति जगदीप धनखड़ की आपत्ति जताए जाने के बाद विपक्षी सांसदों ने शुक्रवार को राज्यसभा से बहिर्गमन किया। खड़गे ने पहले सभापति से आग्रह किया था कि वे विपक्षी नेताओं को चर्चा के लिए अपने कक्ष में बुलाएं और देखें कि क्या वे "व्यवस्था बनाए रखने में रुचि रखते हैं"। शुक्रवार सुबह राज्यसभा में हंगामे के बीच धनखड़ ने कहा कि कार्यवाही के दौरान किए गए हर अपराध पर वह गहराई से विचार करेंगे।

इस बीच, लोकसभा में कांग्रेस और डीएमके सांसदों ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के विरोध में एम्स मदुरै की स्थापना पर बहस के बाद बहिष्कार किया था।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें