प्रधानमंत्री मोदी के चुनावी भाषण पर बवाल मचा हुआ है। इस पर विपक्षी दलों ने तो तीखी प्रतिक्रिया दी ही है, सोशल मीडिया पर नागरिक समाज ने भी धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण का आरोप लगाया है। सवाल पूछा जा रहा है कि क्या मुसलमानों के बारे में उन्होंने जो कहा वह नफ़रती बयान नहीं है? क्या चुनाव आयोग उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई करेगा?
पीएम के 'अधिक बच्चे वाले' बयान पर विपक्ष में रोष, चुनाव आयोग से कड़े सवाल
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- 22 Apr, 2024
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद राजस्थान में पीएम मोदी के भाषण में कथित धर्म के इस्तेमाल पर बवाल क्यों है? जानिए, विपक्षी नेता से लेकर सोशल मीडिया यूज़र तक क्या लिख रहे हैं।

ऐसे ही सवालों को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने सोमवार को भारत के चुनाव आयोग से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ इस दावे को लेकर तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया कि कांग्रेस लोगों की संपत्ति को मुसलमानों में फिर से बांट देगी। सिब्बल ने कहा कि चुनाव आयोग को पीएम मोदी की टिप्पणी की निंदा करनी चाहिए और उन्हें नोटिस जारी करना चाहिए। कपिल सिब्बल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'आप भाषण दे रहे हैं कि कांग्रेस महिलाओं की संपत्ति घुसपैठियों और आतंकवादियों को दे देगी। क्या इस देश के 20 करोड़ लोगों का कोई महत्व नहीं है? क्या उनकी कोई आकांक्षा नहीं है?'