पिछले साल आज के ही दिन यानी 14 फ़रवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले में 40 से ज़्यादा भारतीय जवान शहीद हो गये थे। आतंकवादियों ने योजना बनाकर इस हमले को अंजाम दिया था। हैरान करने वाली बात यह है कि हमले के एक साल बाद भी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) अब तक यह पता नहीं कर पाई है कि इस हमले के लिये विस्फ़ोटकों का इंतजाम कहां से किया गया। जवानों की सुरक्षा को लेकर ढेरों सवाल उठने के बाद केंद्र सरकार की ओर से कहा गया था कि पुलवामा का हमला ख़ुफ़िया एजेंसियों की नाकामी नहीं था।