loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
56
एनडीए
24
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
233
एमवीए
49
अन्य
6

चुनाव में दिग्गज

कल्पना सोरेन
जेएमएम - गांडेय

पीछे

हेमंत सोरेन
जेएमएम - बरहेट

आगे

प्रतीकात्मक तस्वीर

'नीट' विवाद के बीच अब यूजीसी नेट परीक्षा ही रद्द; इतनी बड़ी धांधली हुई?

मेडिकल प्रवेश के लिए होने वाली 'नीट' की परीक्षा के विवाद में फँसी सरकार के लिए अब एक और बड़ा झटका लगा है। एक दिन पहले ही हुई यूजीसी नेट की परीक्षा को रद्द करना पड़ा है।

राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी यानी एनटीए ने बुधवार को यूजीसी-नेट यानी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग - राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा को रद्द करने का फ़ैसला किया है। इसने यह कहते हुए ऐसा फ़ैसला लिया है कि 'परीक्षा की ईमानदार गुणवत्ता से समझौता किया गया हो सकता है'। शिक्षा मंत्रालय ने भी कहा है कि सरकार परीक्षाओं की शुचिता सुनिश्चित करने और छात्रों के हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है।

एक्स पर एक पोस्ट में शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि इसने गृह मंत्रालय के अधीन भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) से प्राप्त इनपुट के आधार पर निर्णय लिया है कि यूजीसी-नेट जून 2024 परीक्षा रद्द कर दी जाए, क्योंकि प्रथम दृष्टया संकेत मिलता है कि परीक्षा की शुचिता से समझौता किया गया है। इसने कहा है कि नई परीक्षा आयोजित की जाएगी, जिसके लिए अलग से जानकारी साझा की जाएगी। मंत्रालय ने कहा है कि मामले की गहन जांच के लिए मामला सीबीआई को सौंपा जा रहा है।

यूजीसी-नेट 18 जून को देश भर के 317 शहरों में 1205 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित किया गया था। परीक्षा के लिए 11 लाख से अधिक उम्मीदवार उपस्थित हुए। हालाँकि, एनटीए ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को कुछ सूचनाएं प्राप्त हुई हैं, जिनसे संकेत मिलता है कि परीक्षा की शुचिता से समझौता किया गया है।

ये इनपुट भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) की राष्ट्रीय साइबर अपराध खतरा विश्लेषण इकाई से प्राप्त हुए थे। यह गृह मंत्रालय के अधीन आता है।

ताज़ा ख़बरें
यूजीसी-नेट भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर और/या जूनियर रिसर्च फेलोशिप के पद के लिए पात्रता निर्धारित करने के लिए आयोजित किया जाता है।
यह घटनाक्रम नीट-यूजी 2024 परीक्षा में इसी तरह की कथित गड़बड़ियों की रिपोर्ट के बीच हुआ है। बिहार जैसे राज्यों में प्रश्नपत्र लीक होने के आरोप लगाए गए हैं।

एनटीए ने बिहार पुलिस से मांगी रिपोर्ट

नीट-यूजी परीक्षा के बारे में एनटीए ने कहा, 'ग्रेस मार्क्स से संबंधित मुद्दे को पहले ही पूरी तरह से सुलझा लिया गया है। पटना में परीक्षा के संचालन में कथित कुछ अनियमितताओं के संबंध में, बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई से एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। इस रिपोर्ट के मिलने पर सरकार आगे की कार्रवाई करेगी।"

इसमें कहा गया है, 'सरकार परीक्षाओं की शुचिता सुनिश्चित करने और छात्रों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। यह दोहराया जाता है कि इस मामले में संलिप्त पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति/संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।'

देश से और ख़बरें

एनटीए के इतिहास में अभूतपूर्व रूप से 67 छात्रों ने 720 अंक प्राप्त किए, जिसमें हरियाणा के फरीदाबाद के एक केंद्र से छह छात्र शामिल हैं। इससे अनियमितताओं का संदेह पैदा हो गया है। आरोप लगाया गया है कि ग्रेस मार्क्स के कारण 67 छात्रों ने शीर्ष रैंक प्राप्त की है।

नीट-यूजी परीक्षा एनटीए द्वारा देश भर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें