नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटीजंस (एनआरसी) के मुद्दे पर भारत ही नहीं विदेशी मीडिया में भी काफ़ी कुछ लिखा जा रहा है। यह मुद्दा बेहद गंभीर है क्योंकि 19 लाख लोग ऐसे हैं जिन्हें यह साबित करना है कि वे भारतीय हैं या नहीं और इसके लिए उनके पास सिर्फ़ 120 दिन का समय है और उनके दावों की जाँच फ़ॉरनर्स ट्रिब्यूनल के द्वारा की जानी है।
एनआरसी: 19 लाख लोगों के दर्द पर क्या बोला विदेशी मीडिया
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- 2 Sep, 2019
नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटीजंस (एनआरसी) के मुद्दे पर भारत ही नहीं विदेशी मीडिया में भी काफ़ी कुछ लिखा जा रहा है।

विस्थापित होने की कगार पर खड़े या आसान भाषा में कहें तो विदेशी कहकर भारत से निकाले जाने वाले लोगों का दुख निश्चित रूप से बहुत बड़ा है और इसलिए विदेशी मीडिया ने भी इस पर काफ़ी कुछ लिखा है। एनआरसी की फ़ाइनल सूची का प्रकाशन 31 अगस्त को हो चुका है और 19 लाख लोग इससे बाहर हो गए हैं जबकि 3,11,21,004 लोगों को इसमें जगह मिली है। एनआरसी की फ़ाइनल सूची में नाम न आने से लोग बेहद परेशान हैं और कई लोगों के आत्महत्या करने की ख़बरें असम से आ रही हैं। आइए, देखते हैं कि विदेशी मीडिया इस बारे में क्या कह रहा है।