सरकार कह चुकी है कि पूरे देश भर में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर यानी एनआरसी को लागू किया जाएगा। असम में इसे लागू किया जा चुका है। असम में ख़ुद को नागरिक साबित करने में लोगों को काफ़ी दिक्कतें सामने आईं और क़रीब 19 लाख लोग एनआरसी से बाहर हो गए हैं। ऐसे में एनआरसी को पूरे देश में लागू किए जाने से लोगों में कई आशंकाएँ और सवाल भी हैं। क्या दस्तावेज़ देने होंगे? क्या जो प्रक्रिया असम में अपनाई गई वही पूरे देश में लागू होगी? फ़िलहाल सरकार ने औपचारिक तौर पर तो दस्तावेज़ों की सूची नहीं जारी की, लेकिन एक सफ़ाई ज़रूर जारी की है। लेकिन पहले पढ़िए, असम में क्या प्रक्रिया अपनाई गई।