रूस-यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बर्लिन में कहा कि इस युद्ध में कोई नहीं जीतेगा। इसलिए दोनों देशों में शांति होना चाहिए। भारत शांति के साथ है।
पीएम मोदी ने कहा, हाल की घटनाओं ने दिखाया है कि विश्व शांति और स्थिरता गंभीर स्थिति में है। भारत ने हमेशा कहा कि बातचीत ही यूक्रेन संकट को हल करने का एकमात्र तरीका है। इस युद्ध में कोई भी विजयी नहीं होगा।
इस बीच, जर्मनी के चांसलर स्कोल्ज़ ने कहा, यूक्रेन पर अपने हमले के जरिए, रूस ने अंतरराष्ट्रीय कानून के मौलिक सिद्धांतों को तोड़ा है। यूक्रेन में नागरिक आबादी के खिलाफ युद्ध और क्रूर हमले दिखाते हैं कि रूस संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मौलिक सिद्धांतों का उल्लंघन करने में कितना आगे रहा है। मैं पुतिन से फिर अपील करता हूं कि इस मूर्खतापूर्ण हत्या को समाप्त करें, यूक्रेन से अपने सैनिकों को वापस बुला लें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मन चांसलर स्कोल्ज़ ने ग्रीन एनर्जी साझेदारी के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए।
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने कहा, मुझे खुशी है कि 2022 की मेरी पहली विदेश यात्रा जर्मनी में हो रही है, और किसी भी विदेशी नेता के साथ मेरी पहली टेलीफोन पर बातचीत मेरे दोस्त चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ के साथ हुई। आईजीसी से पता चलता है कि कैसे हम अपने सामरिक संबंधों में बहुत महत्व रखते हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि भारत और जर्मनी ने ग्रीन एनर्जी, सतत विकास, हाइड्रोजन टास्क फोर्स और वन परिदृश्य बहाली पर कुल नौ समझौतों पर हस्ताक्षर किए। अक्षय ऊर्जा साझेदारी पर भारत-जर्मन विकास सहयोग समझौते पर विदेश मंत्री एस जयशंकर और जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेरबॉक के बीच हस्ताक्षर किए।
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