क्या बीजेपी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने आवाज़ उठाने की या उनसे मुद्दों पर बात नहीं की जा सकती। क्योंकि अगर की जाती होती तो पार्टी के वरिष्ठतम नेताओं में से एक मुरली मनोहर जोशी कम से कम यह बयान नहीं देते कि आज ऐसे नेतृत्व की बहुत आवश्यकता है जो मुद्दों पर बिना डरे प्रधानमंत्री से अपनी बात कह सके। जोशी को बीजेपी की त्रिमूर्ति में गिना जाता है और पार्टी को शिखर तक पहुँचाने में उनका अहम योगदान माना जाता है। लेकिन जब इतने वरिष्ठ नेता इस बात को कहें तो इसे गंभीरता से लिया जाना लाजिमी है।