जवाहरलाल नेहरू बनाम सुभाष चंद्र बोस की बहस खड़ी करने वाली नरेंद्र मोदी सरकार ने नेताजी से जुड़ी क्लासीफ़ाइड फ़ाइलों को सार्वजनिक तो कर दिया, पर वह भी इस सवाल का संतोषजनक उत्तर नहीं पाई की क्या नेताजी की मौत 1945 के विमान हादसे में वाक़ई हो गई थी?  सरकार ने बाद में एक आरटीआई के जवाब में कहा कि उस हवाई दुर्घटना में सुभाष जी की मौत हो गई। पर यह बात तो पहले से ही कही जा रही थी, इसमें नया क्या था? और, इसे देश की ज़्यादातर जनता ने स्वीकार नहीं किया। आज़ाद भारत का सबसे बड़ा रहस्य बरक़रार है।