आईएफएफआई के जूरी बोर्ड के सदस्य सुदीप्तो सेन ने इसके हेड नादव लापिड के बयान से किनारा कर लिया है और इसे पूरी तरह उनका व्यक्तिगत बयान बताया है। लापिड ने सोमवार को 53वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव यानी आईएफएफआई के समापन समारोह में द कश्मीर फाइल्स फिल्म को वल्गर और प्रोपेगेंडा फिल्म बताया था। उनके बयान के बाद सोशल मीडिया और टीवी पर चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।
बताना होगा कि 90 के दशक में कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स को लेकर कुछ महीने पहले अच्छा-खासा विवाद हुआ था। कुछ राजनीतिक दलों ने आरोप लगाया था कि बीजेपी ने इस फिल्म के जरिए प्रोपेगेंडा चलाने की कोशिश की है। जबकि बीजेपी के कई नेताओं ने इस फिल्म का खुलेआम समर्थन किया था।
सुदीप्तो सेन ने ट्विटर पर लिखा है कि जूरी के सदस्य के रूप में उन्हें फिल्म की तकनीकी और सामाजिक-सांस्कृतिक प्रासंगिकता के बारे में फैसला लेने की जिम्मेदारी दी गई थी, हम किसी भी फिल्म पर किसी तरह की राजनीतिक टिप्पणी नहीं करते हैं और अगर ऐसा किया जाता है तो यह पूरी तरह व्यक्तिगत बयान होता है और इसका जूरी बोर्ड से कोई लेना-देना नहीं है।
#IFFI #IFFI2022 @nfdcindia @ianuragthakur pic.twitter.com/GBhtw0tH6C
— Sudipto SEN (@sudiptoSENtlm) November 28, 2022
क्या कहा था लापिड ने?
लापिड ने कहा था कि द कश्मीर फाइल्स से हम सभी परेशान और हैरान थे। यह एक प्रोपेगेंडा और वल्गर फिल्म की तरह लगी जो फिल्म फेस्टिवल की स्पर्धा में शामिल किए जाने लायक नहीं थी। जब उन्होंने यह बात कही, तब केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर भी मंच पर मौजूद थे।
लापिड को शर्मिंदा होना चाहिए
भारत में इजरायल के राजदूत ने इस बारे में ट्विटर पर कहा है कि लापिड को अपने इस बयान के लिए शर्मिंदा होना चाहिए। उन्होंने लिखा है कि भारत की सभ्यता में एक मेहमान को ईश्वर की तरह माना जाता है। लापिड ने जजों के पैनल की अध्यक्षता करने के लिए भारत के द्वारा दिए गए निमंत्रण और उन पर जताए गए भरोसे और सम्मान का दुरुपयोग किया है। उन्होंने लिखा है कि आप यह सोचकर इजरायल वापस जाएंगे कि आपने एक बोल्ड बयान दिया है लेकिन हम इजरायल के प्रतिनिधि के तौर पर यहां रहेंगे। उन्होंने लिखा है कि दोनों देशों के लोगों के बीच गहरी दोस्ती है और आपके द्वारा दिए गए बयान से इसे कोई नुकसान नहीं होगा।
An open letter to #NadavLapid following his criticism of #KashmirFiles. It’s not in Hebrew because I wanted our Indian brothers and sisters to be able to understand. It is also relatively long so I’ll give you the bottom line first. YOU SHOULD BE ASHAMED. Here’s why: pic.twitter.com/8YpSQGMXIR
— Naor Gilon (@NaorGilon) November 29, 2022
आईएफएफआई के द्वारा द कश्मीर फाइल्स को वर्ष 2022 के लिए इंडियन पैनोरमा सेगमेंट में शामिल किया गया था। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 250 करोड़ रुपये से ज्यादा का कलेक्शन किया था।
इस फिल्म में अनुपम खेर ने भी मुख्य भूमिका निभाई थी। लापिड के बयान के बाद अनुपम खेर ने एएनआई से बातचीत में कहा कि ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि दे। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि यह प्री प्लांड बयान था क्योंकि उसके बाद टूलकिट गैंग भी सक्रिय हो गया। खेर ने कहा कि इस तरह का बयान देना शर्मनाक है।
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