प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि नवीनतम दौर के चुनावों ने कांग्रेस और उसके सहयोगियों द्वारा प्रचारित झूठ और विश्वासघात की राजनीति को हराया है। दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में कार्यकर्ताओं की भीड़ को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि विभाजनकारी ताकतों, नकारात्मक राजनीति और परिवारवाद को महाराष्ट्र चुनाव और विभिन्न राज्यों के उप-चुनावों में हार मिली है। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर "तुष्टीकरण की राजनीति" का आरोप लगाया और कहा कि उसने वक्फ बोर्ड के संबंध में कानून बनाया, जिसका संविधान में कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कांग्रेस पर 'तुष्टिकरण' के बीज बोने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का शहरी नक्सलवाद देश के लिए एक चुनौती है, जिसका रिमोट कंट्रोल विदेश में है।
मोदी ने आगे कहा- "इस मंत्र ने विभाजन का प्रचार करने वालों को सबक सिखाया है। इसने उन्हें दंडित किया है। आदिवासी, ओबीसी, दलित और समाज का हर वर्ग भाजपा-एनडीए के पीछे एकजुट हो गया है। यह कांग्रेस और भारतीय गठबंधन के विभाजनकारी एजेंडे का कड़ा खंडन है।"
पीएम मोदी ने कहा- "इस बार महाराष्ट्र ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। यह पिछले 50 वर्षों में महाराष्ट्र में किसी भी पार्टी या चुनाव पूर्व गठबंधन की सबसे बड़ी जीत है। यह लगातार तीसरी बार है कि महाराष्ट्र ने भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन को आशीर्वाद दिया है। बीजेपी महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।''
कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक का मजाक उड़ाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "भाजपा को कांग्रेस और उसके सहयोगियों से अधिक सीटें मिली हैं। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है जिसने लगातार तीन बार भाजपा को जनादेश दिया है।'' महाराष्ट्र में भाजपा दौड़ में हावी रही, उसने जिन 149 सीटों पर चुनाव लड़ा, उनमें से 133 पर जीत हासिल की, जबकि शिवसेना (एकनाथ शिंदे) ने 56 और अजीत पवार की एनसीपी ने 41 सीटें हासिल कीं। इसके विपरीत, कांग्रेस सिर्फ 16 सीटों पर आगे थी, जबकि शिवसेना यूबीटी सिर्फ 16 सीटों पर आगे थी। एनसीपी (एसपी) 10 सीटों पर आगे रही।
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