देश का केंद्रीय मंत्री यदि किसी को गोली मारने की बात कहे, किसी को जान से मार डालने के लिए लोगों को भड़काए तो आप क्या कहेंगे? क्या इससे यह नहीं साबित होता है कि सत्तारूढ़ दल लगातार कुछ ख़ास किस्म के लोगों को निशाने पर ले रहा है, उनके ख़िलाफ़ लोगों को भड़का रहा है। क्या इससे यह नहीं पता चलता है कि समाज में कितना ज़हर घोला जा रहा है?