केंद्र ने आज राजद्रोह कानून (Sedition Law) का बचाव किया और सुप्रीम कोर्ट से इसे चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज करने को कहा। अदालत अंग्रेजों के समय के कानून की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है।
एक लिखित प्रेजेंटेशन में, केंद्र ने चीफ जस्टिस एनवी रमना की अगुआई वाली तीन जजों की बेंच को बताया कि केदारनाथ सिंह बनाम बिहार राज्य में राजद्रोह कानून को बरकरार रखने का फैसला बाध्यकारी है। इसने यह भी कहा कि तीन जजों की बेंच कानून की वैधता की जांच नहीं कर सकती है। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा, एक संवैधानिक पीठ पहले ही समानता के अधिकार और जीवन के अधिकार जैसे मौलिक अधिकारों के संदर्भ में धारा 124 ए (राजद्रोह कानून) के सभी पहलुओं की जांच कर चुकी है।
सुप्रीम कोर्ट में राजद्रोह कानून के बचाव में उतरी मोदी सरकार
- देश
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- 29 Mar, 2025
सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार ने शनिवार को राजद्रोह कानून का जबरदस्त ढंग से बचाव किया। सरकार ने कहा कि इस कानून को बनाये रखना जरूरी है।
