जंतर मंतर पर बैठी महिला पहलवानों ने केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर पर मामले को दबाने और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। संयोग से ब्रजभूषण भाजपा सांसद भी हैं। पहलवानों ने बताया कि आंदोलन शुरू करने से पहले और बाद उन्होंने कई सरकारी अधिकारियों से मिलकर महिला पहलवानों के साथ हो रहे यौन उत्पीड़न की शिकायत की लेकिन किसी ने हमारी नहीं सुनी। पहलवान विनेश फोगट ने केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर पर कोई कार्रवाई नहीं करने और कमेटी बनाकर मामले को दबाने को लेकर स्पष्ट आरोप लगाए।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक विनेश फोगाट ने कहा - हमने जनवरी में केंद्रीय खेल मंत्री (अनुराग ठाकुर) से बात करने के बाद अपना विरोध समाप्त कर दिया था। उस समय सभी एथलीटों ने उन्हें यौन उत्पीड़न के बारे में बताया था। एक समिति बनाकर, उन्होंने वहां मामले को दबाने की कोशिश की, उस समय कोई कार्रवाई नहीं की गई।
भारत की शीर्ष पहलवान विनेश फोगट ने कहा कि कि किसी पावरफुल शख्स के खिलाफ खड़ा होना मुश्किल है जो अपनी पावर का खुलकर दुरुपयोग कर रहा हो। बहुत लंबे समय से यही स्थिति बनी हुई।
बता दें कि 7 महिला पहलवान डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ दस दिनों से यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर विरोध कर रहे हैं और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। लेकिन दिल्ली पुलिस ने न ही ब्रजभूषण की गिरफ्तारी पॉस्को कानून में की है और न ही अभी तक उन्हें पूछताछ के लिए तलब किया है। यहां तक कि कोई पुलिस अधिकारी भाजपा सांसद के पास पूछताछ के लिए भी नहीं पहुंचा है।
मीडिया को संबोधित करते हुए ओलंपियन विनेश फोगट ने कल मंगलवार को कहा था-
“
पिछली बार जंतर मंतर पर अपना विरोध शुरू करने से पहले हम पहलवानों ने एक अधिकारी से मुलाकात की थी। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई। जंतर मंतर पर बैठने से तीन-चार महीने पहले, हम एक अधिकारी से मिले थे, हमने उन्हें सब कुछ बताया था कि कैसे महिला एथलीटों का यौन उत्पीड़न और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है, जब कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो हम धरने पर बैठ गए।
-विनेश फोगाट, महिला एथलीट, 2 मई 2023, सोर्सः एनडीटीवी
विनेश फोगट ने कहा कि अब हम सिर्फ इंसाफ चाहते हैं। जंतर मंतर से हम इंसाफ लेकर ही उठेंगे। बता दें कि महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न और शोषण के आरोपों को लेकर दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष सिंह के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की थी। लेकिन अभी तक कार्रवाई उससे आगे नहीं बढ़ी।
पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा - सांसद ब्रजभूषण कह रहे हैं कि हमने ओलंपिक के लिए कुछ नियम बनाए हैं और इसलिए ये एथलीट विरोध कर रहे हैं। सबसे पहले मैं यह बता दूं कि यह ओलंपिक नियमों के विरोध के बारे में नहीं है, यह उन पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के खिलाफ है।
इससे पहले शनिवार को डब्ल्यूएफआई प्रमुख ने कहा था कि अगर वह इस्तीफा देते हैं तो इसका मतलब होगा कि उन्होंने पहलवानों के आरोपों को स्वीकार कर लिया है। भाजपा सांसद ने कहा कि हरियाणा के 90 प्रतिशत खिलाड़ी उनके साथ खड़े हैं जबकि केवल एक कुश्ती परिवार जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहा है।
26 अप्रैल को पहलवानों ने जंतर-मंतर पर कैंडल मार्च निकालकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके 'मन की बात' सुनने का आग्रह किया था।
मीडिया से बात करते हुए पहलवान साक्षी मलिक ने कहा- "हम पीएम मोदी से आग्रह करते हैं कि वह हमारे मन की बात सुनें। यहां तक कि स्मृति ईरानी जी भी हमारी बात नहीं सुन रही हैं। हम इस कैंडल मार्च के जरिए उन्हें रोशनी दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।"
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